= एकीकृत आजीविका सहयोग परियोजना के तहत उपलब्ध कराया साढे़ चार लाख रुपये का चेक
= न्यूनतम ब्याज दर पर उपलब्ध धनराशि से महिलाएं शुरू करेंगी स्वरोजगार

(((ब्यूरो चीफ विरेन्द्र बिष्ट/फिरोज अहमद/सुनील मेहरा की रिपोर्ट)))

महिलाओं को आत्मनिर्भर बन स्वरोजगार से जोड़ने के मकसद से जलागम विभाग आगे आ गया है। गांवो में समूह से जुडी़ महिलाओं को स्वरोजगार शुरु करने के मकसद से न्यूनतम ब्याज दर पर धनराशि मुहैया कराई गई। संबधित विभाग के अधिकारियों ने महिलाओं को तमाम अन्य योजनाओं की जानकारी भी दी।
छड़ा गांव में हुई बैठक में जलागम विभाग के अधिकारियों ने गांव के लोगों को विभिन्न योजनाओं की जानकारी जानकारी दी। कार्यक्रम के दौरान एकीकृत आजीविका सहयोग परियोजना के तहत खैरना तथा छड़ा क्षेत्र में बने महिलाओं के चार समूहों को करीब साढ़े चार लाख रुपये के चेक वितरित किए गए। प्रत्येक समूह की महिलाओं को दो फिसदी ब्याज दर पर स्वरोजगार शुरू करने के लिए 18 हजार रुपये उपलब्ध कराया गया। विलेज प्रभारी विकुंज आर्या के अनुसार कम खेती व गरीब तबके की महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के मकसद से एकीकृत आजीविका विकास परियोजना के तहत समूह से जुडी़ महिलाओं को ऋण उपलब्ध कराया गया है। इसके माध्यम से महिलाएं मुर्गी व बकरी पालन, मोमबत्ती, अगरबत्ती, धूप निर्माण आदि से स्वरोजगार से जुड़ सकेंगी। कार्यक्रम के दौरान गिरीश बिष्ट, खष्टी बिष्ट, रेखा बिष्ट, जानकी बिष्ट, पदमा देवी, देवकी बिष्ट, शोभा बिष्ट, विमला देवी सहित समूहो से जुडी़ महिलाएं मौजूद रहे।