= प्रत्याशियों की धड़कनें तेज
= हार जीत पर होनी लगी चर्चाएं
= दस मार्च को को होगा भाग्य का फैसला
(((टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))
शांतिपूर्ण ढंग से मतदान संपन्न होने के साथ ही अब हार जीत का गणित तैयार होने लगे है। मतदान होने के बाद जहां जनता ने राहत की सांस ली है वही प्रत्याशियों की धड़कनें बड़ गई है हालांकि दस मार्च को को तय हो जाएगा कि किसके सर जीत का सेहरा बधेंगा। मतदान होने के साथ ही प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम मशीन में बंद हो गया है। अब कार्यकर्ता समीकरण बनाने में जुट गए हैं। प्रत्याशियों को किस बूथ पर कितने मत पड़े किसके पक्ष में ज्यादा मतदान हुआ इस पर चर्चाएं शुरू होने लगी है। शांतिपूर्ण मतदान होने के साथ ही आम जनमानस ने भी राहत की सांस ली है। चुनाव प्रचार में जुटे विभिन्न राजनीतिक दलो के कार्यकर्ताओं को भी राहत मिली है। वहीं अब प्रत्याशियों की धड़कन तेज हो गई है। दस मार्च मार्च को परिणाम के बाद ही पता लगेगा कि किसके सिर में जनता ने ताज पहनाया है।