= विशेषज्ञ चिकित्सक ना होने से नहीं मिलता बेहतर स्वास्थ्य सुविधा का लाभ
= रेफर कर दिया जाते हैं मरीज
= अस्पताल पर सैकड़ों गांवों के हजारों लोग निर्भर

(((कुबेर सिंह जीना/महेंद्र कनवाल/पंकज नेगी की रिपोर्ट))))

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सुयालबाड़ी में विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती न होने से अस्पताल रेफर सेंटर बन चुका है। अस्पताल पर आसपास के सैकड़ों गांवों के हजारों लोग निर्भर है पर विशेषज्ञ चिकित्सक ना होने से लोगों को दूरदराज रुख करना पड़ता है। सीएचसी सुयालबाडी़ पर रामगढ़ ब्लॉक के साथ ही हवालबाग व ताडी़खेत ब्लाक के गांवों के लोग भी निर्भर है। दूरदराज के गांवों से लोग इलाज को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सुयालबाड़ी पहुंचते हैं पर विशेषज्ञ चिकित्सक ना होने से मरीजों को अल्मोड़ा, हल्द्वानी, रानीखेत रुख करना पड़ता है। अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर दुर्घटना होने पर घायलों को भी सुयालबाडी़ अस्पताल पहुंचाया जाता है जहां प्राथमिक उपचार के बाद विशेषज्ञ चिकित्सकों के अभाव में घायलों को मजबूरी में हायर सेंटर रेफर कर दिया जाता है। स्थानीय लोगों के अनुसार यदि विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती हो जाए तो सैकड़ों गांवों के हजारों लोगों को इसका लाभ मिल सकेगा। पंचायत प्रतिनिधियों व ग्रामीणों ने सीएचसी सुयालबाडी़ में विशेषज्ञ चिकित्सको की तैनाती की पुरजोर मांग उठाई है।