= आपदा के बाद से स्थिति विकट
= कोई सुध लेवा नहीं, शव को श्मशान घाट तक पहुंचाने में ग्रामीणों को हो रही दिक्कते
(((कुबेर सिंह जीना की रिपोर्ट)))
आपदा के बाद से ही ग्रामीण रास्तों की सुध नहीं ली जा सकी है जिससे लोगों को आवाजाही में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है वहीं अल्मोड़ा भवाली राष्ट्रीय राजमार्ग के सिरसा गांव से कोसी नदी की ओर श्मशान घाट को जाने वाले रास्ता बदहाल स्थिति में है बावजूद कोई सुध नहीं ली जा रही।
बीते अक्टूबर में हुई मूसलाधार बारिश के बाद जगह-जगह भूस्खलन ने गांव को जाने वाले रास्तों को काफी नुकसान पहुंचाया। कई गांव के रास्ते अब भी क्षतिग्रस्त हालत में है वही अल्मोड़ा भवाली राष्ट्रीय राजमार्ग से सिरसा गांव के समीप कोसी नदी पर स्थित श्मशान घाट को जाने वाले रास्ते का भी कोई सुध लेवा नहीं है। गांव के लोगों को आवाजाही में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। शव को शमशान घाट तक पहुंचाने में दिक्कत उठानी पड़ रही है जिससे ग्रामीणों में गहरा रोष व्याप्त है। ग्रामीणों ने तत्काल शमशान घाट को जाने वाले रास्ते को दुरुस्त किए जाने की मांग उठाई है। दो टूक चेतावनी दी है कि यदि उपेक्षा की गई तो फिर आंदोलन की रणनीति तैयार की जाएगी।