= एक माह से रातीघाट व घूना क्षेत्र में पानी का संकट
= ग्रामीणों ने संबंधित विभाग पर लगाए उपेक्षा का आरोप
= जल्द व्यवस्था दुरुस्त न करने पर आंदोलन की चेतावनी
(((हरीश चंद्र/भरत सिंह/भीम बिष्ट/पंकज भट्ट की रिपोर्ट)))
अल्मोड़ा हल्द्वानी हाइवे से सटे रातीघाट व घूना क्षेत्र में पेयजल संकट सिर चढ़कर बोल रहा है। कड़ाके की ठंड में भी लोगों को दूरदराज से पानी ढोना पड़ रहा है। पेयजल व्यवस्था दुरुस्त ना होने से ग्रामीणों में गहरा रोष व्याप्त है। दो टूक चेतावनी दी है कि यदि जल्द व्यवस्था में सुधार ना हुआ तो फिर आंदोलन का बिगुल फूंक दिया जाएगा।
अल्मोड़ा हल्द्वानी हाइवे से सटे रातीघाट तथा घूना क्षेत्र में पेयजल संकट सिर चढ़कर बोल रहा है। कड़ाके की ठंड में भी ग्रामीणों को बूंद-बूंद पानी को तरसना पड़ रहा है। दूरदराज से पानी ढोना मजबूरी बन चुका है। क्षेत्र पंचायत सदस्य रुचि आर्य ने आरोप लगाया कि कई बार गांव में पेयजल व्यवस्था दुरुस्त किए जाने की मांग उठाई जा चुकी है पर कोई सुनवाई नहीं हो रही। गांव के करीब तीस से ज्यादा परिवारों को पीने के पानी के लिए दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है हैंडपंप से भी दूषित पानी की आपूर्ति हो रही है जिससे ग्रामीण परेशान है साथ ही संक्रामक बीमारी फैलने का खतरा भी बना हुआ है। दो टूक चेतावनी दी है कि यदि जल्द गांव में पेयजल व्यवस्था दुरुस्त ना हो तो फिर आंदोलन का बिगुल फूंक दिया जाएगा।