= ईमानदारी से राजनीतिक पारी खेलने वाली सरिता पर जताया भाजपा हाईकमान ने भरोसा
= भाजपा के कैडर वोट के साथ ही खुद की छवि आ सकती है काम
= विपक्ष में रहने के बाद भी लोगों के सुख-दुख में खड़े रही साथ

(((गरमपानी डेस्क की रिपोर्ट)))

कुछ दिन पूर्व ही कांग्रेस से पाला बदलकर भाजपा में शामिल हुए पूर्व विधायक तथा नगरपालिका नैनीताल की पूर्व अध्यक्ष सरिता आर्या पर भाजपा हाईकमान ने भरोसा जताया है। चर्चा है कि सरलता, सादगी, गांव के लोगों में मजबूत पकड़ के साथ ही शत्रुविहीन छवि उनके टिकट का आधार बनी है। हालांकि मतदाता सरिता आर्या पर भरोसा जताते हैं या नहीं यह तो वक्त बताएगा।

कांग्रेस में रहते महिला प्रदेश अध्यक्ष तथा विधायक की पारी खेलने वाली सरिता आर्या पर भाजपा हाईकमान ने भरोसा जताया है। यह बड़ी बात है कि महज कुछ दिन पूर्व ही सरिता ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थामा था। सूत्रों की माने तो भाजपा के बड़े नेताओं में शुमार अनिल बलूनी ने खुद दूरभाष पर सरिता से संपर्क साध उन्हें भाजपा ज्वाइन करने को कहा था हालांकि सरिता बार-बार दावा करती रही कि बिना शर्त भाजपा में आई है। भाजपा हाईकमान ने भी मजबूत दावेदारों को दरकिनार कर इमानदारी से राजनीतिक पारी खेलने वाली सरिता पर भरोसा जताया है। विपक्ष में रहने के बावजूद सरिता आर्या हमेशा सुदूर गांवों में पहुंच लोगों के सुख-दुख में साथ खड़ी रही। समस्याओं के समाधान को संघर्ष किया। विधायक रहते भी कई योजनाएं स्वीकृत कराई। इमानदारी से राजनीतिक पारी खेल रही सरिता का राजनैतिक जीवन में कोई शत्रु नहीं है। लोग बताते हैं कि यदि चर्चा के दौरान सरिता आर्या का नाम आ भी जाए तो लोग उसकी अच्छाई नहीं कहते तो बुराई कहने की भी हिम्मत नहीं जुटा पाते। हमेशा से सरल स्वभाव की माने जाने वाली सरिता आर्या ने विधायकी के साथ ही महिला प्रदेश अध्यक्ष होने की दोहरी जिम्मेदारी बखूबी निभाई है। अब भाजपा से टिकट मिलने के बाद उनके समर्थकों में खुशी है। हालांकि जनता जनार्दन सरिता आर्या पर कितना भरोसा जताती है यह तो आने वाला वक्त बताएगा।