= जगह जगह मुंह उठाए खड़ा है खतरा
= मरम्मत को विभाग ने भेजा सरकार को प्रस्ताव
= जेई का दावा – स्वीकृति मिलते ही शुरु होगा कार्य

(((ब्यूरो चीफ विरेन्द्र बिष्ट/फिरोज अहमद/सुनील मेहरा/भीम बिष्ट की रिपोर्ट)))

सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण रानीखेत खैरना स्टेट हाईवे को आपदा ने गहरे जख्म दिए हैं। विभागीय अधिकारियों ने क्षतिग्रस्त स्टेट हाईवे का सर्वे कर करीब 3.36 करोड़ रुपये का प्रस्ताव बनाकर सरकार को भेज दिया है। फिलहाल बजट की स्वीकृति नहीं मिल सकी है। विभागीय अधिकारियों ने दावा किया है कि बजट स्वीकृत होते ही मरम्मत का कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
बीते अक्टूबर में हुई मूसलाधार बारिश से उफान आई कोसी नदी ने महत्वपूर्ण समझे जाने वाले स्टेट हाईवे को भारी नुकसान पहुंचाया। खैरना से कुछ कुछ आगे ही करीब आठ सौ मीटर हिस्सा ध्वस्त कर डाला। जगह-जगह भूंधसाव से स्टेट हाईवे बदहाल हो चुका है। संबंधित विभाग ने बमुश्किल स्टेट हाईवे को आवाजाही लायक बनाया पर जगह-जगह खतरा मुंह उठाए खड़ा है। खैरना से आगे स्टेट हाईवे नदी की ओर समा चुका है। लोग जान जोखिम में डाल आवाजाही को मजबूर है। संबंधित विभाग ने स्टेट हाईवे को दुरुस्त करने के लिए कवायद तेज कर दी है। लोनिवि की अवर अभियंता पूनम बिष्ट के अनुसार आपदा से हुए नुकसान का सर्वे किया जा चुका है करीब 3.36 करोड़ रुपये प्रस्ताव बनाकर सरकार को भेजा जा चुका है बताया कि स्वीकृति मिलते ही स्टेट हाईवे पर मरम्मत का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। इधर स्थानीय लोगों ने मरम्मत का कार्य शुरू होने तक खस्ताहाल पड़े स्टेट हाईवे पर चेतावनी बोर्ड लगाए जाने की मांग उठाई है।