= कोरोना वारियर्स को नही करना होगा दिक्कतों का सामना
= अब तक टैंट में हो रही कोविड जांच
= 15 लाख रुपये है एक चौकी की लागत
(((ब्यूरो चीफ विरेंद्र बिष्ट/फिरोज अहमद/सुनील मेहरा की रिपोर्ट)))
कोरोना के दूसरे वैरिएंट ओमिक्रोन की दस्तक तथा कोरोना संक्रमितो की बड़ती संख्या से अब प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग ने युद्व स्तर पर तैयारी तेज कर दी है। कुमाऊं के बॉर्डर क्षेत्रों पर लाखो रुपयो की लागत से कोविड चौकी का निर्माण शुरु कर दिया गया।सुविधाओं से लैस कोविड चौकी निर्माण से बॉर्डर पर निगेहबानी तेज होगी वहीं डूयूटी में तैनात कोरोना वारियर्स को भी अब परेशानियों का सामना नही करना पडे़गा। कोविड चौकियां रानीखेत खैरना स्टेट हाईवे पर भुजान, अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर लोधिया, रामनगर के मोहान तथा लमगड़ा में स्थापित होगी।
शहरी क्षेत्रों में कोरोना के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है तथा कोरोना के दूसरे वेरिएंट ओमिक्रोन ने भी दस्तक देनी शुरू कर दी है ऐसे में पर्वतीय क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण की रफ्तार ना बडे़ इसके लिए बॉर्डर क्षेत्रों में सुविधा युक्त कोविड चौकियों का निर्माण शुरू हो गया है। पहले स्वास्थ्य विभाग व पुलिसकर्मी बॉर्डर क्षेत्र में टेंट लगाकर कोविड जांच कर रहे थे जिससे तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था वही कोरोना संक्रमित होने की आशंका बढ़ती जा रही थी अब प्रशासन के हरकत में आने के बाद रानीखेत खैरना स्टेट हाईवे पर भुजान, अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर लोधिया, मोहान कथा लमगडा़ क्षेत्र में सुविधा युक्त कोविड चौकी का निर्माण शुरू हो गया है। निर्माणाधीन कोविड चौकी विशेष कक्ष, शौचालय तथा रसोई का निर्माण भी किया जा रहा है ताकि पुलिस, प्रशासन व स्वास्थ्य कर्मियों को दिक्कतों का सामना ना करना पड़े। भुजान, लोधिया तथा लमगडा़ क्षेत्र में निर्माण अंतिम चरण में पहुंच चुका है जबकि मोहन क्षेत्र में वन विभाग की आपत्ति के चलते अभी निर्माण शुरू नहीं हो सका है। उम्मीद है कि जल्द ही मोहन में भी चौकी अस्तित्व में आ जाएगी। कार्यदाई संस्था पेयजल निगम निर्माण शाखा के सहायक अभियंता सुभाष चंद्र सुंदरियाल के अनुसार एक चौकी की लागत करीब 15 लाख रुपये के आसपास है। जल्द ही सभी चौकियों का निर्माण पूरा कर लिया जाएगा।