= गांवो के विद्यालयों में शिक्षको के रिक्त पदो से चढ़ने लगा पारा
= रिक्त पद भरने के उल्ट जीआइसी गरजोली से एक प्रवक्ता का फिर तबादला
= लोगो ने बडे़ बडे़ दावे करने वालो को सबक सिखाने का बनाया मन

((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

विद्यालयो में शिक्षको के रिक्त पद भरने के बजाय बेतालघाट ब्लॉक के जीआइसी गरजोली से भौतिक विज्ञान के प्रवक्ता का तबादला तराई में कर दिए जाने से लोगो का पारा चढ़ गया है।आरोप लगाया है की गांवो में शिक्षा व्यवस्था दुरुस्त करने के उलट शिक्षक का तबादला कर दिया गया है जबकि पहाड़ के तमाम विद्यालयों में महत्वपूर्ण विषयों के गुरुजनो के पद वर्षो से रिक्त है। दो टूक चेतावनी दी है की यदि तबादला निरस्त न किया गया और अन्य विद्यालयों में रिक्त गुरुजनो के पद न भरे गए तो फिर आगामी विधानसभा चुनाव में मतदान के वक्त नोटा का बटन दबा प्रत्याशियों का बहिष्कार कर दिया जाऐगा।
एक ओर विधानसभा चुनाव की तैयारियां शुरु हो चुकी है बडे़ बडे वादो का दौर भी शुरु हो चुका है पर गांवो में रिक्त पडे़ शिक्षको के पदो से नौनिहालों का भविष्य अंधकारमय होता जा रहा है। जीआइसी खैरना में भौतिक व रसायन विज्ञान समेत कई महत्वपूर्ण विषयों के प्रवक्ताओं के पद वर्षो से रिक्त है। तमाम अन्य विद्यालयो में भी विद्यार्थी गुरुजनो की राह देख रहे है पर निति निर्माताओं की रणनिति कुछ और ही हकीकत बंया कर रही है। गुरुजनो की कमी के बावजूद जीआइसी गरजोली से भौतिक विज्ञान के प्रवक्ता का तबादला रुद्रपुर स्थित डायट कार्यालय कर दिया गया है। जिस कारण अब विद्यालय में भी शिक्षा व्यवस्था चरमराना लाजमी है। लोगो ने शिक्षा विभाग पर उपेक्षा का आरोप लगाया है। ग्राम प्रधान भाष्कर आर्या, विरेन्द्र बिष्ट, सुनील मेहरा, पूरन लाल साह, हरीश कुमार, पंकज नेगी, महेंद्र सिंह, नंदन सिंह, मनोज कुमार, गोधन सिंह, कुबेर सिंह आदि ने दो टूक चेतावनी दी है की यदि जल्द जीआइसी गरजोली के भौतिक विज्ञान के प्रवक्ता का तबादला निरस्त कर अन्य विद्यालयो में भी रिक्त पदो पर अध्यापकों की तैनाती नही की गई तो फिर आगामी विधानसभा चुनाव में नोटा का विकल्प चुन राजनैतिक दलो के प्रत्याशियों का बहिष्कार कर दिया जाऐगा।