= आपदा के बाद बदहाल हाईवे नही किया जा सका दुरुस्त
= कई वाहनो में आ रही तकनीकी खराबी
= बजट का इंतजार नही मिल रही स्वीकृति
(((ब्यूरो चीफ विरेंद्र बिष्ट/फिरोज अहमद/भीम बिष्ट/पंकज भट्ट की रिपोर्ट)))
आपदा की मार से बदहाल हो चुके अल्मोडा हल्द्वानी हाईवे को दुरुस्त करने को बजट की स्वीकृति नही मिल रही।प्रस्ताव बनाकर एक महीने पहले भेजा जा चुका है। बजट के अभाव में हाईवे जगह जगह खस्ताहालत में है। ऐसे में आवाजाही करने वाले वाहनो में रोजाना तकनीकी खराबी आ रही है जिस कारण वाहन स्वामियों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। लोगो ने हाईवे को तत्काल दुरुस्त करने की मांग उठाई है।
कुमाऊ की लाइफ लाइन कहे जाने वाले अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर आवाजाही मुसीबत का सबब बन चुकी है। आए दिन वाहनों में तकनीकी खराबी आने से वाहन हाईवे पर खड़े हो जा रहे हैं तकनीकी खराबी आने से वाहन स्वामियों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। वाहन स्वामियों के अनुसार हाईवे पर गड्ढे तथा जगह-जगह मलबा होने से वाहन असंतुलित हो रहे हैं जिससे वाहनों में कई तकनीकी खराबी आ रही है जितने कि वाहन से कमाई नहीं हो रही उससे ज्यादा नुकसान उठाना पड़ रहा है। वाहन स्वामियों ने एनएच प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है ।कहा की लापरवाही। खामियाजा उन्हें उठाना पड़ रहा है इधर एनएच प्रशासन ने करीब साढे़ तीन करोड़ रुपये का प्रस्ताव बनाकर सड़क व भूतल मंत्रालय को भेज दिया पर एक माह से ज्यादा का समय बीत जाने के बावजूद बजट की स्वीकृति नहीं मिल रही जिस कारण हाईवे पर मरम्मत के कार्य शुरू नहीं हो पा रहे। वाहन स्वामी कुबेर सिंह जीना, मदन सुयाल, मनीष कर्नाटक, वीरेंद्र सिंह बिष्ट, महिपाल सिंह, गोधन सिंह, महेंद्र सिंह, हरीश कुमार, गोधन सिंह आदि ने एनएच प्रशासन के खिलाफ गहरा रोष जताया है। दो टूक चेतावनी दी है की यदि जल्द हाईवे दुरुस्त नहीं किया गया तो फिर सड़क पर उतर आंदोलन शुरू किया जाएगा।