= विभिन्न जानकारियों के साथ मृदा स्वास्थ्य कार्ड बनाने का किया गया आह्वान
= विशेषज्ञों ने दिए विभिन्न टिप्स
(((अंकित सुयाल/मनीष कर्नाटक/कुबेर सिंह जीना की रिपोर्ट)))
कृषि विभाग के तत्वाधान में अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर स्थित सुयालबाडी़ क्षेत्र में किसानों का दो दिवसीय मृदा स्वास्थ्य प्रशिक्षण शिविर प्रारंभ हो गया। कार्यक्रम में किसानों को मिट्टी के नमूने लेने तथा जांच को भेजे जाने की प्रक्रिया बताई गई साथ ही मिट्टी में पाए जाने वाले पोषक तत्वों की विस्तार से जानकारी दी गई।
सुयालबाडी़ के पशु चिकित्सालय स्थित परिसर में ग्राम स्तरीय दो दिवसीय मृदा स्वास्थ्य प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ ग्राम प्रधान हंसा सुयाल ने मां सरस्वती के चित्र के समीप दीप प्रज्वलित कर किया। ग्राम प्रधान ने प्रशिक्षण का लाभ उठाने का आह्वान किया। कृषि अनुसंधान केंद्र मझेडा़ के सह निदेशक कृषि वानिकी व वैज्ञानिक डा. शिव दयाल ने किसानों को मिट्टी में पाए जाने वाले पोषक तत्वों की विस्तार से जानकारी दी।
बताया कि मिट्टी में संपूर्ण पोषक तत्व की मात्रा होने पर बेहतर उपज की पैदावार होती है किसानो को खेत से मिट्टी के नमूने एकत्र करने की जानकारी दी गई वहीं भीमताल स्थित प्रयोगशाला में जांच कराने का आह्वान किया गया। बताया कि मृदा स्वास्थ्य कार्ड के जरिए मिट्टी की जांच कर मिट्टी में पोषक तत्वों की जानकारी इकट्ठा की जा सकती है। बताया कि लगातार मौसम परिवर्तन के लिए वर्तमान में मृदा परीक्षण जरूरी है। प्रशिक्षण कार्यक्रम में सुयालबाडी़, गंगरकोट, मर्नसा,चांफा आदि गांवो के काश्तकारो ने हिस्सा लिया। इस दौरान कृषि विभाग के एनएस रौतेला, मदन मोहन सुयाल, धारा बल्लभ, मोहन सिंह, कुबेर सिंह, राजेंद्र सिंह आदि मौजूद रहे।