= संगध पौधा केंद्र सेलाकुई कराऐगा सर्वे
= उपज तैयार होने पर बाजार उपलब्ध कराने में भी करेगा मदद
=मनरेगा योजना से होंगे कार्य, रोजगार भी मिलेगा

(((विरेन्द्र बिष्ट/फिरोज अहमद/सुनील मेहरा/भाष्कर आर्या की रिपोर्ट)))

पहाड़ के किसानो तथा ग्रामीणों को स्वरोजगार से जोड़ने को अब संगध पौधा केंद्र सेलाकुई(देहरादून) ने कदम बडा़ लिए है। कोरोनाकाल व आपदा से भारी नुकसान उठाने के बाद तेजपत्ता, रोजमैरी तथा लैमन ग्रास की खेती से जोड़ने की कवायद तेज हो गई है।विभागीय अधिकारियों के अनुसार जल्द बेतालघाट ब्लॉक के गांव का सर्वे करा किसानो को खेती के लिए जोडा़ जाऐगा।
बेतालघाट ब्लॉक के तमाम गांव फल व सब्सी उत्पादक गांव है। खेती के लिए यहां के गांवो की मिट्टी मुफिद मानी जाती है पर पिछले कुछ समय से किसान लगातार नुकसान पर नुकसान उठा रहे है। पहले कोरोना संकट के कारण उपज खेतो में ही खराब हो गई। सब कुछ ठिक होने की उम्मीद जगी तो आपदा ने सब कुछ तहस नहस कर डाला। किसानो को घाटे से उभारने को अब संगध पौधा केंद्र सेलाकुई(देहरादून) ने प्रयास तेज कर दिए है। किसानो को तेजपत्ता, रोजमैरी तथा लैमन ग्रास की खेती से जोड़ने को संबंधित विभाग ब्लाक के गांवो का सर्वे कराऐगा। जिस गांव की आबोहवा जिस उपज की पैदावार के लिए बेहतर होगी वहां किसानो को उसी उपज की पैदावार को तैयार किया जाऐगा। खास बात यह है की खेतीबाडी़ में मनरेगा योजना से भी कार्य होगा। मनरेगा योजना से कार्य होने से गांव के लोगो को भी रोजगार उपलब्ध होगा। किसान को ब्लाक मुख्यालय में प्रस्ताव भेजना होगा जहां से प्रस्ताव संगध पौधा केंद्र के मुख्यालय भेजा जाऐगा । उपज तैयार होने पर विभाग किसानों की उपज को बाजार उपलब्ध कराने में भी मदद करेगा। संगध पौधा केंद्र के जिला प्रभारी शंकर लाल सागर के अनुसार किसान निश्चित रुप से लाभान्वित होगे। मनरेगा योजना से गांव के लोगो को रोजगार भी मिलेगा। बताया की जल्द गांवो का सर्वे कराया जाऐगा।