= दो वर्ष में चार बीडीओ का तबादला
= ग्राम प्रधान संगठन के प्रदेश सचिव ने लगाया ब्लॉक की उपेक्षा का आरोप
= लगातार तबादले से विकास कार्य हो रहे प्रभावित

(((हरीश कुमार/पंकज नेगी/महेंद्र कनवाल की रिपोर्ट)))

बेतालघाट ब्लॉक मुख्यालय में तीन बीडीओ के तबादले के बाद चौथे वीडियो के रूप में कमान संभालने वाले श्याम चंद्र का भी कोटाबाग तबादला हो चुका है। लगातार तबादले से पंचायत प्रतिनिधि व कर्मचारी हैरान है। ग्राम प्रधान संगठन के प्रदेश सचिव ने इसे बेतालघाट की उपेक्षा करार दिया है। साफ कहा है कि इससे विकास कार्य प्रभावित हो रहे है।
बेतालघाट ब्लॉक मुख्यालय में लगातार बदलते बीडीओ से हर कोई हैरान है। बीते दो वर्षों में ही करीब चार बीडीओ कुर्सी संभाल तबादला पा चुके हैं। पहले लंबे समय से कार्यरत राजेंद्र राम आर्या के रिटायरमेंट के बाद अब तक स्थाई बीडीओ नहीं मिल रहा। राजेंद्र राम आर्या के रिटायरमेंट के बाद डीके सुयाल ने ब्लॉक की कमान संभाली।कुछ समय बाद उनके तबादले के बाद हरी शंकर पांडे को दायित्व दिया गया। हरिशंकर पांडे कुछ ही समय ब्लॉक की व्यवस्थाएं देखी रहे थे उनकी जगह नए बीडीओ श्याम चंद्र को तैनाती दे दी गई अब दो महीने ही हुए थे कि श्याम चंद्र को भी कोटाबाग का रास्ता दिखा दिया गया है। श्याम चंद्र का भी तबादला कोटाबाग हो चुका है। ऐसे में अब बीडीओ का पद रिक्त है। फिलहाल अस्थाई रूप एबीडीओ दायित्व देख रहे हैं। ग्राम प्रधान संगठन के प्रदेश सचिव शेखर दानी ने तबादलों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रदेश सचिव के अनुसार लगातार बीडीओ बदले जाने से विकास कार्य चरमरा सकते हैं। अधिकारी को ब्लॉक को जानने व कर्मचारियों को पहचानने का मौका तक नहीं मिल रहा वहीं पंचायत प्रतिनिधि अपनी समस्या लेकर ब्लॉक जा रहे हैं तो हर दूसरे तीसरे महीने नए बीडीओ को समस्या सुनानी पड़ रही है। प्रदेश सचिव ने दो टूक चेतावनी दी है कि यदि स्थाई बडीओ की तैनाती नहीं की गई तो फिर ग्राम प्रधान संगठन आंदोलन को विवश होगा।