= एक के बाद एक मवेसी को बना रहा निवाला
= पशुपालको को हो रहा नुकसान
= गांव में पिंजरा लगा आंतक से निजात दिलाने की उठी मांग
(((सुनील मेहरा/मनोज पडलिया/भीम बिष्ट की रिपोर्ट)))
गांवों में मवेशी खोर गुलदार की धमक बढ़ गई है जिस कारण पशुपालकों को नुकसान उठाना पड़ रहा है आए दिन गुलदार मवेशियों का शिकार कर रहा है जिस कारण पशुपालक परेशान है ग्रामीणों ने गांव में तीसरा लगाए जाने की मांग की है।
समीपवर्ती टूनाकोट गांव में गुलदार की आवाजाही से ग्रामीण दहशत में है। गुलदार आबादी तक पहुंच जा रहा है। सोमवार को गुलदार ने गोपाल सिंह की बकरी को निवाला बना दिया। दिनदहाड़े ही बकरी को मार डालने से गांव के लोग दहशत में है। ग्रामीण का कहना है कि गुलदार दिन दोपहर ही खेतों व आबादी तक पहुंच जा रहा है जिससे कभी भी बड़ी घटना सामने आ सकती है। स्थानीय ग्रामीणों ने वन विभाग से गांव में पिंजरा लगाकर गुलदार के आतंक से निजात दिलाने तथा पशुपालकों को मुआवजा वितरित किए जाने की पुरजोर मांग उठाई है।