= वर्धो भुजान मार्ग पर बड़े वाहनों की आवाजाही न होने से खड़ा हुआ संकट
= बैंकों का ऋण चुकाने में भी हो रही परेशानी
= वाहन स्वामियों ने उठाई आवाजाही शुरू कराने की मांग

(((हरीश चंद्र/पंकज नेगी/हरीश कुमार/पंकज भट्ट की रिपोर्ट)))

पर्वतीय क्षेत्र में आपदा के बाद भी लोगों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। शहीद बलवंत सिंह भुजान वर्धो मोटर मार्ग पर बड़े वाहनों की आवाजाही ना होने से वाहन स्वामी परेशान है। वाहन एक माह से गांव में ही खड़े हैं जिस कारण बैंक का ऋण चुकाने में भी वाहन स्वामियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वाहन स्वामियों ने तत्काल मोटर मार्ग को दुरुस्त कर बड़े वाहनों की आवाजाही शुरू कराए जाने की पुरजोर मांग की है। दो टूक चेताया है कि यदि उपेक्षा की गई तो फिर सड़क पर उतर आंदोलन शुरू किया जाएगा।
बीते 18 व 19 अक्टूबर को हुई मूसलाधार बारिश ने खूब तबाही मचाई कई मोटर मार्ग बाधित हो गए। युद्ध स्तर पर काम चला तो मोटर मार्गो पर आवाजाही सुचारू हो गई। शहीद बलवंत सिंह भुजान वर्धो मोटर मार्ग छोटे वाहनों के लिए खोल दिया गया पर बड़े वाहनों की आवाजाही ना होने से ट्रक स्वामी परेशान है। वर्धा,रतौडा, नैनीचेक में करीब सौ से ज्यादा वाहन स्वामी हैं। वाहनो के जरिए ही अपनी रोजी-रोटी चलाते हैं। पर पिछले एक माह से मोटर मार्ग पर बड़े वाहनों की आवाजाही ना होने से वाहन स्वामी परेशान है। बैंकों की ऋण चुकाना मुश्किल होता जा रहा है। अधिकांश युवाओं ने बैंकों से ऋण लेकर वाहन खरीदे हैं पर मोटर मार्ग पर वाहनों की आवाजाही ना होने से वाहन स्वामी परेशान है। स्थानीय वाहन स्वामी दयाल दरमवाल, हितेंद्र मेहरा, पंकज जैडा़, पुष्कर मेहरा, भुवन सिंह, श्याम सिंह, प्रदीप मेहरा, कुबेर सिंह, भगवत सिंह, कुलदीप सिंह, भुवन चंद आदि लोगों ने तत्काल मोटर मार्ग पर बड़े वाहनों की आवाजाही शुरू किए जाने की मांग उठाई है। दो टूक चेताया है कि यदि उपेक्षा की गई तो फिर सड़क पर उतर आंदोलन शुरू किया जाऐगा।