= 2.56 करोड़ रुपये का किया गया प्रस्ताव तैयार
= शासन से हरी झंडी मिलने के बाद शुरु होंगे कार्य
(((पंकज भट्ट/मनोज पडलिया/महेन्द्र कनवाल की रिपोर्ट)))
उत्तरवाहिनी शिप्रा व कोसी नदी के वेग को थामने के लिए अब रणनीति तैयार कर ली गई है बकायदा बाढ़ सुरक्षात्मक कार्यों का प्रस्ताव बना शासन को भेज दिया गया है। उप जिलाधिकारी के अनुसार शासन से अनुमति मिलने के साथ ही बार सुरक्षा के गुणवत्ता युक्त कार्य कराए जाएंगे।
बीते 18-19 अक्टूबर को उत्तरवाहिनी शिप्रा नदी में उठे जल प्रलय ने खैरना क्षेत्र का भूगोल ही बदल डाला। कई घर जमींदोज हो गए वहीं कई पेयजल व सिंचाई योजनाएं नदी में उठे उफान की भेंट चढ़ गई। कोसी नदी के रोद्र वेग ने भी भारी तबाही मचाई। सब कुछ तहस-नहस होने तथा बाढ़ सुरक्षा के कार्य कराए जाने की मांग उठने के बाद प्रशासन व सिंचाई विभाग हरकत में आ गया है। उप जिलाधिकारी राहुल शाह के निर्देश पर सिंचाई विभाग की टीम ने खैरना क्षेत्र में करीब दो करोड़, जड़मिला पुल के समीप करीब 5 लाख धनियाकोट पुल की बुनियाद की सुरक्षा को 10 लाख तथा कोसी नदी क्षेत्र में आमबाड़ी गांव के समीप 28 लाख तथा बेतालघाट स्थित पंत नाले पर करीब 5 लाख रुपये के बाढ़ सुरक्षा कार्यों का प्रस्ताव तैयार किया है। उप जिलाधिकारी के अनुसार प्रस्ताव बनाकर शासन को भेज दिया गया है। बताया की शासन से बजट की स्वीकृति मिलने के साथ ही बाढ़ सुरक्षा के गुणवत्ता युक्त कार्य कराए जाएंगे।