= तहसील के माध्यम से उत्तर प्रदेश के राज्यपाल को भेजा ज्ञापन
= घटना की कड़े शब्दों में की निंदा

(((दलिप सिंह नेगी/मनोज पडलिया/महेंद्र कनवाल की रिपोर्ट)))

उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में आशा वर्करों के साथ हुए अत्याचार की आग पहाड़ तक पहुंच गई है। बेतालघाट ब्लॉक की आशा वर्करों ने उत्तर प्रदेश के राज्यपाल को ज्ञापन भेज आशा वर्करों से अभद्रता करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की। है। चेताया है कि यदि कार्रवाई नहीं की गई तो फिर आंदोलन तेज किया जाएगा।
बुधवार को बेतालघाट की आशा वर्करों का पारा चढ़ गया। ब्लॉक अध्यक्ष विमला उप्रेती के नेतृत्व में आशा वर्कर तहसील पहुंची। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल को ज्ञापन भेजा। ज्ञापन के माध्यम से बताया कि बीते 9 नवंबर को शाहजहांपुर में आशा वर्करों पर पुलिस ने अत्याचार किया है। कई आशा वर्करों के साथ बर्बरता पूर्वक व्यवहार किया गया जिसकी आशा वर्कर कड़े शब्दों में निंदा करती है। आशा वर्करों में अत्याचार करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई तथा आशा वर्करों पर दर्ज मुकदमों को तत्काल वापस लिए जाने की मांग उठाई। चेतावनी भी दी कि यदि उपेक्षा की गई तो सड़क पर उतर आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा। इस दौरान हंसी देवी, पूजा फुलारा, माधवी देवी, कमला देवी, आशा नेगी, उमा फर्त्याल, सुनीता, पुष्पा, नंदी देवी आदि मौजूद रहे।