= पहले आपदा ने दिए है गहरे जख्म
= बरसाती नालो पर तस्कर जेसीबी मशीन उतार कर रहे खदान
= ग्रामीणों का आरोप स्टोन क्रेशर तथा खनन तस्कर मिलीभगत से कर रहे खेल

((((टीम तीखी नजर की ग्राउंड जीरो रिपोर्ट))))

आपदा से हुए नुकसान से गांवो के लोग उभर भी नही सके थे की अब खनन तस्कर गांवो को नुकसान पहुंचाने वाले बरसाती नालो में अवैध खनन में जुट गए है।जेसीबी मशीन से बरसाती नालो का सीना चीर अवैध खनन किया जा रहा है।भारीभरकम मशीन से खदान होने से गांवो के खतरे की जद में आने की संभावना बढ़ गई है।मुनाफे के फेर में खनन तस्कर गांव के लोगो की जिंदगी से खिलवाड़ करने में जुटे है।गांव के लोगो ने कार्यवाही न होने पर आंदोलन शुरु करने का ऐलान कर दिया है।

आपदा ने गांवो के लोगो को भारी नुकसान पहुंचाया है। कई लोगो के घर ध्वस्त हो चुके है तो खेत भी रोखड़ में तब्दील हो चुके है। बेतालघाट ब्लाक के मलयाल गांव के ठिक उपर से आने वाला बरसाती गधेरा कई वर्षो से खतरे का सबब बना हुआ है। बरसात तेज होने पर लोगो को दूसरे गांव में तक शरण लेने पड़ती है इस सबके बावजूद खनन तस्कर गांव के लोगो की जिंदगी से खुलेआम खिलवाड़ करने में जुटे है।रात के वक्त जेसीबी मशीन से बरसाती नाले में धडल्ले से खदान किया जा रहा है।खदान कर उपखनिज स्टोन क्रेशर में भेजा जा रहा है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है की मिलीभगत से उपखनिज की चोरी की जा रही है। बरसाती नाले में खदान से गांव को खतरा बड़ रहा है साफ कहा है की मना करने के बावजूद खनन जारी है।कुछ लोग बंद गाडीयो में भी घुम रहे है जिससे दहशत का माहौल भी बना हुआ है।गांव के लोगो ने मामले में कार्यवाही किए जाने तथा खदान पर रोक लगाए जाने की मांग की है।चेतावनी दी है की यदि मनमानी की गई तो फिर आंदोलन शुरु कर दिया जाऐगा।

घिरौली नाला तथा कालिका क्षेत्र भी बना अवैध खनन का गढ़

बेतालघाट के समीपवर्ती घिरौली नाले पर भी खनन तस्कर सक्रिय हो गए है। धडल्ले से खदान शुरु कर दिया गया है। आपदा ने घिरौली पुल को भी ध्वस्त कर डाला है ऐसे में खनन तस्करो के खदान किए जाने से भविष्य में खतरा बड़ने की आंशका है। लोगो ने पुलिस प्रशासन से अवैध खनन पर सख्ती से अंकुश लगाने की मांग की है। इधर खैरना के समीप कालिका मंदिर के आसपास कोसी नदी भी अवैध खनन का गढ़ बन गई है। तस्कर वाहनो को खुलेआम नदियों में उतार अवैध खनन में जुटे है। बेरोकटोक खनन कर खनन तस्कर नियमों की धज्जिया उडा़ पुलिस प्रशासन को चुनौती दे रहे है।