= आपदा को बीस दिन से ज्यादा बीतने के बावजूद रोड की हालत बदतर
= जान हथेली पर रख आवाजाही को मजबूर हजारो ग्रामीण
= विभाग पर लगाया उपेक्षा का आरोप

(((हरीश कुमार/पंकज नेगी/हरीश चंद्र/पंकज भट्ट की रिपोर्ट)))

तमाम गांवों को जोड़ने वाला भुजान रिची मोटर मार्ग पर ग्रामीण जान हथेली पर लेकर आवाजाही को मजबूर हैं। हर कदम पर मलबे के ढेर दुर्घटना को दावत दे रहे हैं। जगह जगह ध्वस्त सड़क अनहोनी की आशंका बयां कर रही है बावजूद संबंधित विभाग कुंभकरणीय नींद में है। ग्रामीणों ने संबंधित विभाग पर उपेक्षा का आरोप लगाया है। दो टूक चेताया है कि यदि जल्द मोटर मार्ग दुरुस्त नहीं किया गया तो आंदोलन का बिगुल फूंक दिया जाएगा।

करीब बीस दिन पूर्व मूसलाधार बारिश के बाद रिची बिल्लेख भुजान मोटर मार्ग पर जगह-जगह मलबा आ गया। कई जगह भूधंसाव होने से रोड खाई में समा गई। संबंधित विभाग ने मोटर मार्ग पर आवाजाही तो सुचारू कर दी पर जगह-जगह मलबे के ढेर नहीं हटाए जा सके। जगह जगह ध्वस्त सड़क भी दुर्घटना को दावत दे रही है।खतरे वाले स्थानो पर एक अदद संकेतांक भी नहीं लगाया जा सके है। क्षेत्रवासी विभागीय उपेक्षा से नाराज हैं। उक्त सड़क से टुनाकोट, तिपौला, कमान,मंडलकोट, हल्द्वीयानी समेत तमाम गांवों के लोग गरमपानी मुख्य बाजार को आवाजाही करते हैं पर जगह-जगह सड़क के बदहाल होने से दुर्घटना का खतरा बना हुआ है। ग्रामीणों का आरोप है कि मोटर मार्ग की सुध नहीं ली जा रही जिससे कभी भी बड़ा हादसा सामने आ सकता है। स्थानीय सुनील सिंह मेहरा, पंकज सिंह, हरीश चंद्र, वीरेंद्र बिष्ट, महिपाल सिंह, चंदन सिंह आदि लोगों ने तत्काल मोटर मार्ग को दुरुस्त किए जाने की मांग उठाई है। दो टूक चेताया है कि यदि जल्द मोटर दुरुस्त न किया गया तो फिर संबंधित विभाग के खिलाफ आंदोलन का बिगुल फूंक दिया जाऐगा।