= समय पर सबको मिले राशन इसके लिए संभाली जिम्मेदारी
= कोटेधारक की बेटियां कार्य में जुटी
= समय पर राशन मिलने से ग्रामीण खुश

(((विरेन्द्र बिष्ट/फिरोज अहमद/सुनील मेहरा की रिपोर्ट)))

बेतालघाट ब्लाक के तमाम गांवो में बारिश आफत बनकर बरसी।कहीं मकान जमींनदोज हो गए तो कहीं कृर्षि भूमि देखते ही देखते रोखड़ में तब्दील हो गई। ऐसे में गांवो के वासिंदे परेशान है।राहत सामग्री के साथ ही सस्ता गल्ला विक्रेताओं तक सरकारी राशन पहुंचाने की कवायद तेज कर दी गई है। ऐसे में ग्रामीणों को समय से सरकारी राशन उपलब्ध हो सके इसके लिए बेटियों ने भी कमान संभाल ली है। अमेल गांव के कोटेधारक की बेटियों गांव के सभी 280 राशन धारको को राशन वितरित करने में जुट गई है ताकि संकट के समय ग्रामीणों को समय पर राशन उपलब्ध कराया जा सके।

बेतालघाट ब्लॉक के अमेल गांव में कोटेधारक बालादत्त पंत की सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान है।गांव के करीब 280 राशन धारको को राशन बांटने की जिम्मेदारी है।आपदा में हालात बिगड़ने पर गांव के लोग परेशान हो चुके है।हर कोई सरकारी राशन मिलने की उम्मीद ले सरकारी सस्ता गल्ला की दुकानो में पहुंच रहे है। भीड़ बढ़ने पर अब कोटेधारक की बेटी मनीषा व गीता ने भी कमान संभाल ली है। दोनो बेटियां मदद में जुट गई है ताकि समय पर सभी गांव के वासिंदो को सरकारी राशन मिल सके।फिलहाल गांव के लोगो को अक्टूबर व नवबंर का गेहूँ व चावल वितरित किया जा रहा है। स्थानीय बचे सिंह, मुन्नी देवी,माया देवी,बाली नाथ आदि के अनुसार मुसिबत के वक्त बेटियों ने आगे आकर सराहनीय कार्य किया है। कहा की समय पर सरकारी राशन मिलने से राहत मिल रही है।

पूजा बुजुर्गों की मदद में जुटी

गांवो में रहने वाले बुजुर्गों की मदद के लिए अमेल गांव में सीएससी सेंटर चलाने वाली पूजा भी बढ़चढ़ कर हाथ बडा़ रही है। पूजा पेंशन धारको को सीएससी सेंटर से ही धनराशि उपलब्ध करा रही है जिससे बुजुर्गों को दूरदराज नही जाना पड़ रहा। वहीं गांव के लोगो को अन्य मदद भी की जा रही है। महिलाओं को भी वृद्धावस्था व विधवा पेंशन की धनराशि सीएससी सेंटर से ही उपलब्ध कराई जा रही है।