= युद्ध स्तर पर शुरू हुआ मलबा हटाने का कार्य
= एनएच का दावा जल्द शुरू होगा यातायात
(((अंकित सुयाल/हरीश चंद्र/सुनील मेहरा की रिपोर्ट)))
जल प्रवाह से ध्वस्त हुए अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे को दुरुस्त करने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य शुरू कर दिया गया है। हाईवे से मलबा हटाने के लिए करीब दस मशीनें लगाई गई हैं। एनएच प्रशासन ने दावा किया है कि जल्द ही हाइवे पर यातायात सुचारू कर दिया जाएगा।
18 व 19 अक्टूबर को हुई मूसलाधार बारिश के बाद उठे जल प्रलय ने अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे को जगह-जगह ध्वस्त कर दिया। कई जगह पहाड़ी से भूस्खलन होने पर भारी मलबा हाईवे पर जमा हो गया। जिससे आवाजाही ठप हो गई। छह दिन बाद बमुश्किल आवाजाही सुचारू हुई। गुरुवार को एनएच ने दो पोकलैंड तथा आठ लोडर मशीन हाईवे पर उतारी। भोर्या बैंड, दोपांखी, लोहाली, जोरासी, नावली, निगलाट, पाडली आदि क्षेत्रों में मलबा सफाई का कार्य शुरू कर दिया गया है। एनएच के अपर सहायक अभियंता जगत सिंह बोरा के अनुसार जल्द ही हाईवे से मलबा हटा यातायात सुचारू कर दिया जाएगा। बताया कि हाईवे से मलबा हटाने को दस मशीनें लगा दी गई।
कई ग्रामीण सड़कें अब भी बंद
आपदा को सप्ताह भर से अधिक बीत जाने के बावजूद ग्रामीण सड़के अभी भी बंद है जिससे गांवों के लोगों को आवाजाही में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। रातीघाट – बेतालघाट, भुजान – बरधौ, पाडली, रातीघाट – बुधलाकोट,लोहाली -छियोडी धूरा आदि तमाम मोटर मार्ग अभी बंद पड़े हैं जिससे गांवों में खाद्यान्न संकट उत्पन्न होने लगा है। ग्रामीणों ने तत्काल मोटर मार्ग यातायात के लिए खोले जाने की मांग उठाई है।