= बाजार क्षेत्र के दस से ज्यादा मकान जमीनदोंज
= खीनापानी क्षेत्र में दो श्रमिकों की मलबे में दबकर मौत, कैंची क्षेत्र में भी एक युवक की मौत
= आठ सौ लोगों को पहुंचाया गया सुरक्षित स्थान पर
= हाईवे पर कई वाहन भी मलबे में दबे

(((टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

मूसलाधार बारिश ने गरमपानी खैरना क्षेत्र की तस्वीर ही बदल दी है। खीनापानी क्षेत्र में दो श्रमिकों की मलबे में दबकर मौत हो चुकी है। खैरना क्षेत्र में करीब दस मकान जमींदोज हो चुके हैं जबकि कई खतरे की जद में है। सड़क पर जगह-जगह मलबा भरा पड़ा है कई मकानों में भी पानी भर चुका है।

अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे जगह-जगह ध्वस्त है। वहीं बेतालघाट को जोड़ने वाले सभी मार्ग बंद है। घिरौली पुल ध्वस्त हो चुका है। बाजार क्षेत्र से करीब आठ सौ से ज्यादा लोगों को अस्पताल, जीआइसी व प्राइमरी स्कूल परिसर में शिफ्ट किया गया है।

शिप्रा नदी का बढ़ता जलस्तर बड़े खतरे की ओर इशारा कर रहा है।लगातार बारिश से शिप्रा उत्तरवाहिनी शिप्रा नदी ने तबाही मचा दी है। बजार क्षेत्र में स्थित लगभग दस आवासीय मकान जमींदोज हो चुके हैं। शिप्रा नदी से करीब तीस से ज्यादा मकानों को खतरा बना हुआ है। उधर अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर खीनापानी क्षेत्र में सड़क निर्माण के कार्य में लगे भोजीपुरा, बरेली निवासी इमरान (25) तथा हसमुद (27) कि मलबे में दबकर मौत हो चुकी है। कैंची क्षेत्र में भी एक युवक की मौत की सूचना है। खतरे को भांपते हुए प्रशासन ने करीब आठ सौ से ज्यादा लोगों को जीआईसी खैरना, सीएचसी गरमपानी व प्राथमिक पाठशाला में पहुंचाया है। लगातार बारिश से लोग भयभीत हैं। अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर कई वाहन भी मलबे में दबे हुए हैं।