= पूर्व में मांगे पूरी करने का भरोसा देने के बावजूद नहीं हुई सुनवाई
= प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेजा ज्ञापन
= जल्द मांगे पूरी न होने पर आंदोलन तेज करने का एलान

(((सुनील मेहरा/हरीश कुमार/फिरोज अहमद की रिपोर्ट)))

वादाखिलाफी से नाराज आशा कार्यकर्ताओं का सब्र एक बार फिर जवाब दे गया। नारेबाजी कर रोष जताया। सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप भी लगाया।
शुक्रवार को आशा हेल्थ वर्कर यूनियन के बैनर तले आशा कार्यकर्ताओं ने सगठन अध्यक्ष नीमा भट्ट के नेतृत्व में अस्पताल परिसर में नारेबाजी कर रोष जताया। यहां हुई सभा में कार्यकर्ताओं ने कहा कि पूर्व में प्रदेश के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने मांगो पर सकारात्मक कार्रवाई का भरोसा दिया था पर बीस दिन बीत जाने के बावजूद कोई सुनवाई नहीं हुई। आशा कार्यकर्ताओं ने सरकारी कर्मचारी का दर्जा देने, समान वेतन समान कार्य समेत अन्य मांगों को जल्द पूरा करने की मांग उठाई। बाद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ज्ञापन भी भेजा गया दो टूक चेतावनी दी कि यदि जल्द कार्यकर्ताओं की मांगे पूरी ना हुई तो आंदोलन की रणनीति तैयार की जाएगी। इस दौरान इंदु बिष्ट, मंजू देवी, लीला बोहरा, बसंती तिवारी, माया रौतेला, रोशनी आर्या, गंगा भंडारी, पिंकी बर्गली, हंसा जोशी, माया देवी, हेमा आर्या आदि मौजूद रहे।