= ग्रामीणों को नहीं मिल रहा हैंडपंप का लाभ
= झाड़ियों से पटा पड़ा है दियोलीखेत तोक पर लगा हैंडपंप

(((भाष्कर आर्या/हरीश चंद्र/फिरोज अहमद की रिपोर्ट)))

गांव के लोगों को पेयजल उपलब्ध कराने के मकसद से लाखों रुपए खर्च कर हैंडपंप स्थापित किया गया पर विभागीय अनदेखी से अब हालात बिगड़ चुके है। झाड़ियों से पटा पड़ा हैंडपंप से ग्रामीणों को एक बूंद पानी तक नहीं मिल रहा। ग्रामीणों ने तत्काल हैंडपंप दुरुस्त कराए जाने की मांग की है।
कुछ वर्ष पूर्व सिल्टोना मार्ग पर मजेडा़ ग्राम पंचायत की तोक दियोलीखेत में ग्रामीणों को पेयजल उपलब्ध कराने के लिए हैंडपंप स्थापित किया गया। कुछ समय ठीक चलने के बाद विभागीय अनदेखी से हालात बिगड़ गए। हैंडपंप से एक बूंद पानी तक नहीं मिल रहा वहीं हैंडपंप झाड़ियों से पटा पड़ा है जिससे ग्रामीणों में गहरा रोष व्याप्त है। विभागीय अनदेखी से परेशान ग्रामीणों ने विभाग पर उपेक्षा का आरोप भी लगाया है। कहा कि लाखों रुपया खर्च करने के बावजूद योजना का लाभ ही नहीं मिल रह। कई बार आवाज उठाई गई पर कोई सुनवाई नहीं हो रही। ग्रामीणों ने तत्काल हैंडपंप को दुरुस्त करने की मांग उठाई है ताकि ग्रामीणों को इसका लाभ मिल सके।