= आधा दर्जन से ज्यादा पेड़ काटे जाने का आरोप
= ग्रामीणों ने उठाए कार्यवाही की मांग

(((महेन्द्र कनवाल/कुबेर सिंह जीना/पंकज नेगी की रिपोर्ट)))

एक ओर प्रदेश सरकार पौधरोपण कर पर्यावरण संरक्षण को अभियान चला रही है वहीं गांवों में पेड़ों का अधाधुंन कटान किया जा रहा है। थुआ ब्लॉक में धड़ल्ले से लकड़ी तस्करी के बाद अब उल्गौर क्षेत्र में संरक्षित प्रजाति के बाज के पेड़ों में आरी चला दी गई है। पेड़ काटे जाने से गांव में हड़कंप मचा हुआ है।
मामला बेतालघाट ब्लॉक के अल्गौर क्षेत्र का है। गांव को जाने वाले रास्ते पर अराजक तत्वों ने संरक्षित प्रजाति के बाज के पेड़ काट डाले हैं। आरोप है कि करीब आधा दर्जन से ज्यादा बाज के पेड़ों पर आरी चला दी गई है। कई पेड़ों को जड़ से भी उखाड़ डाला गया है। मामले को लेकर लोगों में गहरा रोष व्याप्त है। पेड़ों के कटान के साथ बनाए जा रहे रास्ते से प्राथमिक विद्यालय उल्गौर पर भी भूस्खलन का खतरा बढ़ गया हैः कभी भी बड़ा हादसा सामने आ सकता है। भारी बारिश में खतरा दोगुना हो जा रहा है। लोगों ने पेड़ काटने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठाई है। दो टूक चेताया है कि यदि जल्द पेड़ काटने वालों को चिन्हित कर कार्रवाई नहीं की गई तो फिर आंदोलन की रणनीति तैयार की जाएगी।