= विभागीय अधिकारियों पर लगाया उपेक्षा का आरोप
= बदहाल मोटर मार्ग में बना हुआ है दुर्घटना का खतरा
(((महेन्द्र कनवाल/हरीश चंद्र/दलिप सिंह नेगी की रिपोर्ट)))
गांव-गांव सड़कों के जाल बिछाया जा रहे हैं पर पुराने सड़कों का कोई सुध लेवा नहीं है अब थक हार कर ग्रामीणों ने खुद ही मोटर मार्गो को दुरुस्त करने का कार्य शुरू कर दिया है। शीतलाखेत माटिला मोटर मार्ग पर ग्रामीण खुद ही गड्ढों में मिट्टी भरने को मजबूर है।
शीतलाखेत मटिला मोटर मार्ग पर आवाजाही ग्रामीणों के लिए परेशानी का सबब बन चुकी है। जगह-जगह गड्ढे दुर्घटनाओं को दावत दे रहे हैं। वहीं कई बाइक सवार रपट कर चोटिल भी हो चुके हैं। बारिश में हालात और बिगड़ जा रहे हैं। रात के वक्त खतरा दोगुना हो जा रहा है जिस कारण गांव के लोग परेशान है। मोटर मार्ग को दुरुस्त नहीं किया गया तो अब ग्रामीणों ने खुद ही मोटर मार्ग को दुरुस्त करने का मन बना लिया है। गांव के लोग जगह-जगह गड्ढे भरने में जुटे हुए हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि विभाग लगातार उपेक्षा पर आमादा है। जिस कारण खुद ही खरकिया से मटिला के बीच ग्रामीणों ने गड्ढे भर मोटर मार्ग को दुरुस्त करने का प्रयास किया। इस दौरान प्रताप सिंह, चंदन सिंह, नारायण सिंह, गोपाल सिंह, गोविंद सिंह आदि मौजूद रहे।