🔳 ग्रामीण ने घर ले जाकर रातभर की खातिरदारी
🔳 दूसरे दिन गांव पहुंची वन विभाग की टीम को सौंपा शावक
🔳 पानी की तलाश में जंगल से बाहर निकलने व चोटील होने का अंदेशा
🔳 कोसी घाटी में महीने भर में ही मिला चौथा शावक
[[[[[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]]]]]]

खैरना रानीखेत स्टेट हाईवे से से तमाम गांवों को जोड़ने वाले भुजान – बोहरा गांव मोटर मार्ग पर घायल हालत में मिले घुरड़ के शावक को ग्रामीण ने उपचार के बाद वन विभाग को सौंप दिया। पिछले कुछ दिनों में ही चौथे शावक के घायलवस्था में मिलने से ग्रामीण भी हैरान हैं।
ताड़ीखेत ब्लॉक के मलौना गांव निवासी त्रिलोक सिंह बीती शाम खैरना बाजार क्षेत्र से सामान की खरीददारी कर गांव की ओर रवाना हुए। भुजान – बोहरा गांव मोटर मार्ग पर जीआइसी भुजान के समीप उन्हें घुरड़ का शावक दिखाई दिया। बेहद डरे सहमें शावक को देख त्रिलोक सिंह रुक गए। शावक चोटील भी था। त्रिलोक ने अंधेरे में शावक को नुकसान होने के अंदेशे से उसे घर ले जाना बेहतर समझा। गांव पहुंचकर उन्होंने अन्य गणेश सिंह, पूरन सिंह व अन्य ग्रामीणों तथा वन विभाग को भी मामले की जानकारी दी। शावक का प्राथमिक उपचार कर उसे दूध आदि पिलाया गया। रविवार को गांव पहुंची वन विभाग की टीम को शावक सौंप दिया गया। पिछले एक महीने के अंतराल में ही कोसी घाटी क्षेत्र में चौथे शावक के मिलने से ग्रामीण सख्ते में है हालांकि पानी की तलाश में शावकों के जंगल से बाहर निकलने व तीखी चट्टानों से गिरकर घायल होने का अंदेशा जताया जा रहा है।

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