= प्रदेश के सीएम को पत्र भेज लगाया सरकारी बजट की बर्बादी का आरोप
= करोड़ों की लागत से निर्माणाधीन मोटर मार्ग खस्ताहाल
= काकडी़घाट द्वारसो मोटर मार्ग का मामला

(((हरीश कुमार/कुबेर सिंह जीना/राजू लटवाल की रिपोर्ट)))

तमाम गांवों को जोड़ने वाले द्वारसौ – सिमोली – काकडी़घाट मोटर मार्ग में अनियमितताओं को लेकर ग्रामीणों का पारा चढ़ गया है। तमाम गांवों के ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेज मामले में कार्रवाई किए जाने तथा कार्यदाई संस्था बदले जाने की मांग उठाई है। चेतावनी दी है कि यदि उपेक्षा हुई तो आंदोलन की रणनीति तैयार की जाएगी।
प्रदेश के सीएम पुष्कर सिंह धामी को भेजे पत्र में ग्रामीणों ने कहा है कि वर्ष 2018 में द्वारसो – काकडीघाट – सिमोली मोटर मार्ग को स्वीकृति मिली। करीब 20 किमी मोटर मार्ग मोटर मार्ग निर्माण के लिए 13. 7 1 करोड़ रुपये की स्वीकृति मिली। सड़क जगह-जगह बदहाल हो चुकी है। कई जगह सड़क का कार्य भी पूरा नहीं हुआ है। स्थानीय निर्माण सामग्री लगा मार्ग की लीपापोती कर दी गई है। कई बार आवाज उठाए जाने के बावजूद कोई सुनवाई नहीं हो रही। सरकारी धन का दुरुपयोग कर दिया गया है। ग्रामीणों ने लापरवाही में लिप्त अधिकारियों के तबादले के साथ ही नए सिरे से टेंडर प्रक्रिया निकलवाए जाने की पुरजोर मांग उठाई है। द्वारसों, सिमोली, टनवाणी,जाला, कालनू, सिवाली, गाड़ी, चौना,भैसौली आदि गांवो के ग्रामीणो को आवाजाही में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है दुर्घटना का खतरा भी बढ़ गया।