🔳 बिसगुली गांव में 1.30 करोड़ की योजना में रबड़ की टूयूब व कपड़ा बांधकर आपूर्ति का मामला पकड़ा तूल
🔳 पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कुमाऊं आयुक्त को पत्र लिखकर मामले की जांच के लिए है निर्देश
🔳 12 मार्च को तीखी नजर समाचार पोर्टल ने प्रमुखता से उठाया था मुद्दा
🔳 विभिन्न संगठनों से जुड़े लोगों ने कई गांवों में योजना को बताया सफेद हाथी
🔳 करोड़ों रुपये का बजट खर्च होने के बाद भी पानी की बूंद नसीब न होने का लगाया आरोप
[[[[[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]]]]
बेतालघाट ब्लॉक के बिसगुली गांव में जल जीवन मिशन योजना के तहत 1.30 करोड़ रुपये की लागत से बनी पेयजल योजना के पाइपों में रबड़ के टूयूब व कपड़े से बांध पानी आपूर्ति किए जाने का मामला तूल पकड़ गया है। तीखी नजर समाचार पोर्टल में 12 मार्च को प्रकाशित समाचार के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री व सांसद अजय भट्ट के कुमाऊं आयुक्त को पत्र लिख मामले को गंभीर श्रेणी का बताने व जांच के निर्देश के बाद विभिन्न संगठनों से जुड़े लोगों ने कई अन्य गांवों में भी योजना में लापरवाही की निष्पक्ष जांच की मांग उठा दी है।
ब्लॉक मुख्यालय से सटे बिसगुली गांव में लगभग सत्तर से अधिक परिवारों को पानी उपलब्ध कराने को केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी जल जीवन मिशन योजना के तहत लगभग 1.30 करोड़ रुपये के भारी भरकम बजट से पेयजल योजना का निर्माण किया गया। योजना के निर्माण में लापरवाही व पाइप लाइन में रबड़ के टूयूब तथा कपड़ा बांधकर पानी की आपूर्ति का मामला सामने आने व ग्रामीणों के रोष जताने के मामले को तीखी नजर समाचार पोर्टल में 12 मार्च के अंक में प्रमुखता से प्रकाशित किया। समाचार के प्रकाशित होने के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री व सांसद अजय भट्ट ने भी मामले को गंभीरता से ले लिया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कुमाऊं आयुक्त व सचिव मुख्यमंत्री दीपक रावत को पत्र लिखकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट जल जीवन मिशन योजना में 1.30 करोड़ रुपये के बजट के बावजूद पाइप लाईन में रबड़ व कपड़ा बांधकर पानी की आपूर्ति किए जाने पर गहरी नाराजगी जताई है। कुमाऊं आयुक्त से मामले में जांच करने को भी कहा है। वहीं मामले के उठने के बाद अब विभिन्न संगठनों से जुड़े लोगों ने अन्य गांवों में सफेद हाथी बन चुकी योजना की जांच पर जोर दिया है। क्षेत्रीय जन विकास संघर्ष समिति उपाध्यक्ष विरेन्द्र सिंह, ग्राम प्रधान संगठन के प्रदेश सचिव शेखर दानी, नवीन चंद्र आर्या, गजेंद्र सिंह नेगी, मनीष तिवारी, पंकज नेगी आदि ने बिसगुली गांव ही नहीं अन्य गांवों में भारी भरकम बजट ठिकाने लगाने का आरोप लगाया है। ग्रामीणों के अनुसार गांवों में लाइन तो बिछा दी गई है पर नलों से पानी की बूंद नहीं टपक रही। लाइन बिछाने में भी लापरवाही बरती गई है। लोगों ने बेतालघाट ब्लॉक के अन्य गांवों में भी जल जीवन मिशन योजना की जांच की मांग उठाई है।