🔳 जिम्मेदारों की नहीं टूट रही कुंभकरणीय नींद
🔳 एक के बाद एक घटना सामने आने के बाद भी नदी में नहाने वालों का मेला
🔳 भंवर व गहराई का सही अंदाजा न होने के बावजूद घंटों नदी में बीता रहे पर्यटक
🔳 कभी भी बड़ी घटना सामने आने का बढ़ रहा अंदेशा
[[[[[[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]]]]

अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे के समीप बहने वाली कोसी नदी में धड़ल्ले से नहाने उतर रहे पर्यटकों को न मौत का खौफ है न कानूनी कार्रवाई की चिंता। लगातार नदी में डूबने से हुई मौतों का सिलसिला शुरु होने के बाद भी पर्यटक नदी क्षेत्र में खतरे वाले स्थानों तक पहुंच जा रहे हैं। जिम्मेदार अफसरों के भी आंखें मूंदे होने से अनहोनी का खतरा बढ़ता ही जा रहा है। कोसी नदी में जगह जगह नहाने वाले पर्यटकों का मेला लग रहा है।
हाईवे के समीप बहने वाली कोसी नदी में पूर्व में डूबने से कई लोगों की मौत के बाद बीते दिनों नावली क्षेत्र में नेपाली श्रमिक तथा सिरौता नदी में दो किशोरों के डूबने से हुई मौत का मामला भी सामने आ चुका है। लगातार घटनाओं के सामने आने के बावजूद अफसरों की कुंभकरणीय नींद नहीं टूट रही। शनिवार को हाईवे पर स्थित लोहाली, जौरासी, नावली, काकड़ीघाट क्षेत्र में नदी में नहाने वालों का तांता लगा रहा। घंटों तक पर्यटक बच्चों को साथ लेकर नदी क्षेत्र में ही मस्ती करते रहे। नदी के बीचोंबीच तक पहुंचने से खतरा कई गुना बढ़ गया। गनीमत रही की कोई अप्रिय घटना सामने नहीं आई। पर्यटक नदी क्षेत्र में गहराई व भंवर से अंजान है पर जिम्मेदार अफसरों को सब कुछ पता होने के बावजूद ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं जिस कारण अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर भी गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। प्रांतीय नगर उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश उपाध्यक्ष विरेन्द्र सिंह बिष्ट के अनुसार जिम्मेदार अफसरों को नदी में खतरे वाले स्थानों पर पर्यटकों की आवाजाही रोकने को ठोस कदम उठाने चाहिए पर लगातार अनदेखी कुछ जा रही है। जिससे खतरा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि कुबेर सिंह जीना, गजेंद्र सिंह, प्रकाश जोशी, बालमुकुंद सिंह, प्रकाश जोशी, सुनील मेहरा आदि ने पर्यटकों की जिंदगी पर लगातार मंडरा रहे खतरे को टालने के लिए कोसी नदी में खतरे वाले स्थानों पर चेतावनी बोर्ड स्थापित करने के साथ ही आवाजाही पर सख्ती से रोक लगाने की मांग उठाई है। साफ कहा की यदि समय रहते मामले को गंभीरता से नहीं लिया गया तो घटनाओं की पुनरावृत्ति संभव है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *