🔳 50 से ज्यादा छात्र संख्या वाले विद्यालय में अब रह गए महज 15 छात्र
🔳 महज एक शिक्षक पर छठी से आठवीं तक के विद्यार्थियों की जिम्मेदारी
🔳 ग्रामीणों ने शिक्षा विभाग पर लगाया बच्चों का भविष्य चौपट करने का आरोप
🔳 लगातार घट रही छात्र संख्या के लिए विभागीय अधिकारियों को ठहराया जिम्मेदार
🔳 क्षेत्रवासियों ने हालात न सुधरने पर बीईओ कार्यालय में धरने का किया ऐलान
[[[[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]]]]
सूदूर गांवों में स्थित विद्यालयों में अध्ययनरत नौनिहालों के भविष्य को लेकर शिक्षा व्यवस्था कितना गंभीर है इसका जीता जागता उदाहरण बन चुका है बेतालघाट ब्लॉक के कालाखेत गांव में स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय। विद्यालय में तैनात महज एक शिक्षक पर छठी से आठवीं तक के विद्यार्थियों शिक्षित करने का जिम्मा है। विभागीय लापरवाही से कभी पचास छात्र संख्या वाले विद्यालय में आज महज पंद्रह विद्यार्थी शेष बचे हैं।
सूदूर गांवों में बेहतर शिक्षा व्यवस्था के खूब ढोल पीटे जाए पर धरातल में हालात विकट है। विद्यालयों में शिक्षकों की कमी होने से ग्रामीण बच्चों के बेहतर भविष्य के खातिर गांव छोड़ शहरों को रुख करने को मजबूर हो चुके हैं। बेतालघाट ब्लॉक के गांवों में स्थित बद से बद्तर हो चुकी है। विकासखण्ड के कालाखेत गांव में स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में चार वर्ष पूर्व तक छात्र संख्या पचास से भी ज्यादा थी पर शिक्षा विभाग की अनदेखी से आज विद्यालय में महज पंद्रह नौनिहाल अध्ययनरत हैं। विद्यालय में कक्षा छह से आठवीं तक के नौनिहालों को पढ़ाने की जिम्मेदारी महज एक शिक्षक के पास है। लगातार बिगड़ रही स्थित से अभिभावक तेजी से बच्चों को विद्यालय से हटाकर सूदूर क्षेत्रों में भेजने को मजबूर हैं। पूर्व ग्राम प्रधान दिनेश सिंह बिष्ट के अनुसार लगातार समुचित शिक्षकों की तैनाती की मांग उठाई गई पर शिक्षा विभाग ने कभी भी मामले को गंभीरता से नहीं लिया। अफसरों की अनदेखी से गांव में स्थित महत्वपूर्ण विद्यालय में लगातार छात्र संख्या घटती जा रही है। आरोप लगाया की शिक्षा विभाग ही गांव में स्थित स्कूल को बंद करने पर आमादा है। छठी से आठवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों की पढ़ाई का जिम्मा महज एक शिक्षक के पास होना विभागीय लापरवाही की हकीकत बयां कर रहा है। स्थानीय हरपाल सिंह, सुरेन्द्र सिंह, महेंद्र सिंह, मनोहर सिंह नेगी, पूरन सिंह बिष्ट, दयाल राम, प्रकाश चंद्र, दिनेश चंद्र ने भी लगातार बिगड़ रहे हालातों पर गहरी नाराजगी जताई है। बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ का आरोप लगा दो टूक चेतावनी दी है की यदि जल्द समुचित शिक्षकों की तैनाती नहीं की गई तो बेतालघाट स्थित खंड शिक्षा अधिकारी के कार्यालय में धरना दिया जाएगा।