🔳 हली गांव के तीन तोक आज भी जल जीवन मिशन योजना विहीन
🔳 लापरवाह रवैए पर पंचायत प्रतिनिधियों व ग्रामीणों ने जताया रोष
🔳 हली गांव में योजना निर्माण के बाद भी नहीं टपक रही पानी की बूंद
🔳 ग्रामीणों ने उठाई जांच की मांग अनदेखी पर आंदोलन का ऐलान
[[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]]]]

केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी जल जीवन मिशन योजना से लाखों रुपये का बजट खर्च हो जाने के बावजूद ग्रामीणों के हलक सूख रहे हैं। रामगढ़ ब्लॉक के हली ग्राम पंचायत के किमूपानी, कूणा तथा तितोली गांव के सैकड़ों परिवार योजना निर्माण का इंतजार कर रहे हैं बावजूद लंबा समय बीतने के बाद भी अब तक योजना का कुछ अता पता नहीं है। ग्रामीणों ने लापरवाह रवैए पर गहरा रोष जताया है।
जल जीवन मिशन योजना से गांवों के लोगों को समुचित पेयजल उपलब्ध होने की उम्मीद थी। केंद्र व राज्य सरकार ने भी योजना निर्माण के लिए लाखों करोड़ों रुपये का बजट उपलब्ध कराया पर धरातल में हालात एकदम दयनीय बने हुए हैं। बेतालघाट व रामगढ़ ब्लॉक के गांवों में योजना सफेद हाथी बन चुकी है। रामगढ़ के हली गांव में हालात विकट है। गांव के योजना निर्माण के बाद अब तक पानी की आपूर्ति नहीं हो सकी है जबकि कूणा, तितोली तथा किमूपानी तोक में आज तक योजना ही अस्तित्व में नहीं आ सकी है। भारी भरकम बजट खर्च होने के बावजूद पेयजल आपूर्ति तो दूर योजना का निर्माण ही न हो पाने से ग्रामीणों में गहरा रोष व्याप्त है। ग्राम प्रधान ललित कुमार ने आरोप लगाया की कई बार आवाज उठाए जाने के बावजूद सुध नहीं ली जा रही है। लगातार अनदेखी की जा रही है। कहा की कहीं योजना का निर्माण ही नहीं हो सका है तो जहां योजना बनकर तैयार हो चुकी वहां पानी की बूंद तक नहीं टपक रही जबकि ढाई वर्ष से भी अधिक का का लंबा समय बीत चुका है। ललित कुमार, पूरन चंद्र, हर्ष देव, आंनद बल्लभ पांडे, भगवत पांडे, बालम सिंह बिष्ट आदि ने जल्द तीनों तोको में योजना का निर्माण करने तथा हली गांव में पेयजल आपूर्ति सुचारु करने की मांग उठाई है।

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