🔳 पेयजल से संबंधित समस्या का निदान न होने पर शिकायतकर्ता ने लगाया आरोप
🔳 दूरभाष पर पूरी जानकारी लेने के बाद पल्ला झाड़ने पर जताई नाराजगी
🔳 शिकायतों को गंभीरता से न लेने पर व्यक्त किया रोष
🔳 जल्द शिकायत के समाधान की उठाई मांग
[[[[[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]]]]]

जल जीवन मिशन योजना से पानी उपलब्ध न होने की शिकायत मुख्यमंत्री समाधान पोर्टल में दर्ज कराए जाने के बावजूद कोई सुनवाई न होने पर शिकायतकर्ता ने अधिकारियों पर समस्या का निस्तारण किए जाने के बजाय इधर से उधर भटकाने का आरोप लगाया है। सीएम पोर्टल में दर्ज शिकायत को गंभीरता से न लिए जाने पर अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई पर जोर दिया है।
मुख्यमंत्री समाधान पोर्टल पर शिकायत का निस्तारण किए जाने के बजाय एक से दूसरे विभाग पर जिम्मेदारी थोपे जाने पर तमाम गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। गरमपानी निवासी मनीष तिवारी ने आरोप लगाया की क्षेत्र के लोगों को पेयजल उपलब्ध कराने के लिए लाखों रुपये की सरकारी धनराशि से जल जीवन मिशन योजना के तहत योजना का निर्माण किया गया। लंबा समय बीतने के बावजूद पानी की आपूर्ति न होने पर उन्होंने शिकायत मुख्यमंत्री समाधान पोर्टल में दर्ज करा पेयजल की आपूर्ति किए जाने की मांग उठाई। समस्या का समाधान किए जाने के उल्ट मामले को इधर से उधर घुमाया जा रहा है। दूरभाष पर जानकारी जुटाकर अधिकारी खुद के विभाग से मामला जुड़ा न होने का हवाला दे पल्ला झाड़ ले रहे हैं। आरोप लगाया की समस्या का समाधान करने को अफसर कतई गंभीर नहीं है। सवाल उठाया की योजना निर्माण को बने छह महीने से भी अधिक का समय बीतने के बाद भी नलों से पानी की बूंद तक नहीं टपक रही जबकि स्रोत में रोजाना हजारों लीटर पानी की बर्बादी हो रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के सीएम पोर्टल की शिकायतों का गंभीरता से निस्तारण किए जाने के निर्देश के बावजूद समाधान नहीं हो सका है। स्थानीय देवेश त्रिपाठी, भास्कर त्रिपाठी, कमल , गौरव त्रिपाठी समेत अन्य लोगों ने भी जलापूर्ति सुचारु न होने पर नाराजगी जताई है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *