🔳 विभिन्न संगठनों से जुड़े लोगों ने बैठक कर जताई नाराजगी
🔳 स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों पर लगाया उपेक्षा का आरोप
🔳 सूदूर गांवों से बच्चों को लेकर अस्पताल पहुंच रहे ग्रामीण लौट रहे वापस
🔳 जल्द तैनाती किए जाने की उठाई मांग, अनदेखी पर आंदोलन का ऐलान
[[[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]]]]
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गरमपानी में बाल रोग विशेषज्ञ का पद रिक्त हो जाने से विभिन्न संगठनों से जुड़े लोगों ने स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर रोष जताया। आरोप लगाया की जब बांडधारी बाल रोग विशेषज्ञ का बांड समाप्ति की ओर था तो विभाग ने पहले ही अस्पताल में अतिरिक्त बाल रोग विशेषज्ञ की तैनाती करनी थी। अब पद रिक्त हो जाने से गांवों से बच्चों के इलाज को अस्पताल पहुंच रहे लोगों को मायूस लौटना पड़ रहा है।
अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे तथा तमाम गांवों के मध्य में स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गरमपानी में बाल रोग विशेषज्ञ का पद रिक्त हो जाने से नौनिहालों के उपचार को अस्पताल पहुंच रहे लोगों को मायूसी हाथ लगी रही है। मजबूरी में बच्चों को लेकर हल्द्वानी, अल्मोड़ा, रानीखेत व नैनीताल को रुख करना पड़ रहा है। सोमवार को क्षेत्रीय जन विकास संघर्ष समिति की बैठक में पदाधिकारियों व सदस्यों ने स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर रोष जताया। वक्ताओं ने कहा की तीन वर्ष पूर्व आंदोलन के बाद बाल रोग विशेषज्ञ पद पर बामुश्किल तैनाती हो सकी थी। अब चिकित्सक का बांड खत्म हो जाने पर दोबारा पद रिक्त हो चुका है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए। आरोप लगाया की नई तैनाती न कर नौनिहालों की जिंदगी से खिलवाड़ किया जा रहा है। महत्वपूर्ण अस्पताल होने के बाद विभागीय अधिकारी उपेक्षा पर आमादा है। संगठन उपाध्यक्ष विरेन्द्र सिंह ने कहा की जल्द अस्पताल में बाल रोग विशेषज्ञ की तैनाती नहीं की गई तो एक बार फिर अस्पताल परिसर में ही धरना शुरु किया जाएगा। व्यापार मंडल अध्यक्ष गजेंद्र सिंह ने भी आंदोलन को धार देने के लिए समर्थन का ऐलान किया। मनीष तिवारी, शिवराज सिंह बिष्ट, संजय सिंह बिष्ट, फिरोज अहमद, राकेश जलाल,पंकज नेगी, कुलदीप खनायत, सुनील मेहरा, त्रिलोचन बुधलाकोटी, भैरव नैनवाल, पंकज नेगी, खीम सिंह आदि ने भी जल्द बाल रोग विशेषज्ञ की तैनाती की मांग उठाई।