🔳 बेतालघाट के बेताल डाक्यूमेंट्री बनकर हुई तैयार
🔳 पंद्रह से अधिक बाल कलाकारों ने किया है अभिनय
🔳 बेतालघाट क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों में फिल्माए गए हैं दृश्य
🔳 13 अप्रैल को नकूवा बूबू मंदिर परिसर में होगा विमोचन
[[[[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]]]]
कोसी घाटी के आराध्य माने जाने वाले नकूवा बूबू से जुड़ी रहस्यमयी लोकगाथाओं पर आधारित डॉक्यूमेंट्री का कार्य पूरा कर लिया गया है। बेतालघाट के बेताल नाम से तैयार डॉक्यूमेंट्री में पंद्रह से अधिक बाल कलाकारों ने अभिनय किया है जबकि इसके दृश्य बेतालघाट के विभिन्न क्षेत्रों में फिल्माए गए हैं।
धुरी फाउंडेशन के तत्वावधान में नकूवा बूबू से जुड़े एतिहासिक व सांस्कृतिक पहलुओं से जुड़ी डॉक्यूमेंट्री बेतालघाट के बेताल के विमोचन की तैयारी तेज हो गई है। डॉक्यूमेंट्री के निर्माता सुरेन्द्र हाल्सी के अनुसार क्षेत्र के आराध्य नकूवा बूबू की गाथा सदियों से जनमानस में प्रचलित है। धूरी फाउंडेशन ने बेताल से देवता बनने की रहस्यमयी कथा को संकलित करने का संकल्प लिया। डॉक्यूमेंट्री निर्माण से पहले पूरे क्षेत्र का गहन अध्ययन किया गया ताकी ऐतिहासिक तथ्यों को प्रमाणिकता के साथ प्रस्तुत किया जा सके। डॉक्यूमेंट्री के लेखन की जिम्मेदारी वरिष्ठ पत्रकार चारु तिवारी जबकि डायरेक्शन की जिम्मेदारी मनोज चंदोला ने संभाली। डॉक्यूमेंट्री के दृश्य बेतालघाट के विभिन्न हिस्सों में ही फिल्माए गए हैं। पंद्रह से अधिक नौनिहालों ने इसमें शानदार अभिनय किया है। धूरी फाउंडेशन के पदाधिकारियों के अनुसार डॉक्यूमेंट्री का विमोचन 13 अप्रैल को बेतालघाट स्थित नकूवा बूबू मंदिर परिसर में विधी विधान से पूजा अर्चना के साथ किया जाएगा। पदाधिकारियों ने बताया की नकुवा बूबू की महिमा को बेहतर ढंग से लोगों के बीच पहुंचाने तथा धार्मिक पर्यटन को बढ़ाने के उद्देश्य से डॉक्यूमेंट्री का निर्माण किया गया है। स्थानीय लोगों ने भी क्षेत्र के आराध्य नकूवा बूबू पर डाक्यूमेंट्री निर्माण पर खुशी व्यक्त की है।