🔳 बिसगुली गांव में वेंटिलेटर पर पहुंची पेयजल योजना
🔳 गांव के सत्तर से अधिक परिवारों को करना पड़ रहा परेशानी का सामना
🔳 ग्रामीणों ने योजना निर्माण में लगाया लापरवाही का आरोप
🔳 व्यवस्था दुरुस्त न करने पर आंदोलन की चेतावनी
[[[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]]]]
बेतालघाट ब्लॉक के तमाम गांवों में जल जीवन मिशन की योजनाएं वेंटिलेटर पर पहुंच गई है। बिसगुली गांव के लिए लगभग 1.30 करोड़ रुपये की लागत से तैयार पेयजल योजना से कपड़े व टायर के टूयूब से बांधकर पानी की आपूर्ति की जा रही है। करोड़ों रुपये की योजना की दुर्दशा विभागीय कार्यप्रणाली की हकीकत बयां कर रही है। योजना की अनदेखी से स्थानीय लोगों में गहरा रोष व्याप्त है।
केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी जल जीवन मिशन योजना से गांवों के लोगों को लाभान्वित करने को करोड़ों रुपये का बजट उपलब्ध कराया गया पर गांवों में योजनाओं के हालात बद से बद्तर है। बेतालघाट ब्लॉक मुख्यालय से सटे बिसगुली गांव के सत्तर से अधिक परिवारों को लाभान्वित करने को करीब 1.30 करोड़ रुपये की धनराशि खर्च की गई। उम्मीद थी की योजना से लाभ मिल सकेगा पर योजना के हालात कुछ और ही हकीकत बयां कर रहे हैं। योजना से जहां आज भी कई परिवारों को पानी नहीं मिल सका है जबकि गांव के समीप योजना के पाइपों को रबड़ के टूयूब व कपड़े के सहारे बांधकर बामुश्किल पानी की आपूर्ति की जा रही है। ग्राम प्रधान राधा देवी के अनुसार शुरुआत से ही योजना के निर्माण में लापरवाही बरती गई। कई बार आवाज उठाए जाने के बावजूद सुध नहीं ली गई। योजना के बदहाल हो जाने से ग्रामीण पेयजल के लिए परेशानी का सामना करने को मजबूर हो जा रहे हैं। स्थानीय प्रेम गिरी, खुशाल सिंह, भैरव नाथ, पूरन गिरी, किसन गिरी आदि ग्रामीणों ने भी योजना की दुर्दशा पर गहरी नाराजगी जताई है। जल्द व्यवस्था में सुधार किए जाने की मांग उठाई है। दो टूक कहा की अनदेखी कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।