🔳 लंबे समय से खुले में पड़े होने से उठ रही थी दुर्गंध
🔳 भीषण दुर्गंध से आवाजाही करने वाले लोग थे परेशान
🔳 निस्तारण होने के बाद दुर्गंध से मिल सकी निजात
[[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]]]
उत्तरवाहिनी शिप्रा व पवित्र कोसी नदी के संगम के नजदीक गौवंशीय पशु के दम तोड़ने के बाद लगातार उठ रही दुर्गंध से लोगों को निजात दिलाने को आखिरकार टैक्सी यूनियन पदाधिकारियों ने कदम आगे बढ़ाए। गहरा गड्ढा खोद पशु के शव को उसमें दबा कर निस्तारण किया। टैक्सी यूनियन के कार्य की स्थानीय लोगों ने सराहना की।
खैरना चौराहे के नजदीक संगम क्षेत्र में गोवंशीय पशु के पिछले दिनों दम तोड़ देने तथा काफि दिन खुले में पड़े रहने से भीषण दुर्गंध उठने लगी। सरस्वती शिशु मंदिर को आवाजाही करने वाले नौनिहाल व अभिभावकों को दुर्गंध के बीच आवाजाही करने को मजबूर होना पड़ा। सोमवार आश्रम पहुंचने वाले श्रद्धालु भी दुर्गंध से परेशान हो गए वहीं संक्रामक बिमारी फैलने का खतरा भी बढ़ गया। मंगलवार को टैक्सी यूनियन अध्यक्ष प्रताप सिंह गौणी की अगुवाई में यूनियन के सदस्यों ने मृत मवेशी के शव के निस्तारण को कदम आगे बढ़ाए। यूनियन के पदाधिकारियों व सदस्यों ने नजदीक ही गहरा गड्ढा खोद मवेशी के शव को दबा दिया। शव का निस्तारण होने से लोगों को दुर्गंध से निजात मिल सकी। लोगों ने टैक्सी यूनियन का आभार व्यक्त किया। इस दौरान त्रिलोक सिंह, मोहित ढौंडियाल, मन्नू बिष्ट, प्रमोद पांडे, राहुल जलाल, नवीन आदि मौजूद रहे।