= बड़ी बड़ी झाड़ियां व घास जमने से दुर्घटना का खतरा
= ग्रामीणों ने उठाई साफ सफाई की मांग
(((महेंद्र कनवाल/अंकित सुयाल/मनीष कर्नाटक की रिपोर्ट)))
सड़कों के साथ-साथ अब गांवों के रास्ते भी बदहाली का दंश झेल रहे हैं। बावजूद कोई सुनवाई नहीं हो रही। झाड़ियां व घास जमने से जंगली जानवरों का भय भी बना हुआ है। ग्रामीणों ने तत्काल ग्रामीण रास्तों की सफाई करवाई जाने की पुरजोर मांग उठाई है।
काकडी़घाट व आसपास के सड़के बदहाली का दंश झेल रही है। वहीं गांव के रास्ते भी बदहाल हो चुके हैं। रास्तो में बड़ी-बड़ी झाडिय़ां व घास जमने से आवाजाही में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जंगली जानवरों के साथ ही सांप का खतरा भी बना हुआ है पर जिम्मेदार सुध नहीं ले रहे। ग्रामीण जान जोखिम में डाल आवाजाही कर रहे हैं। रात्रि के वक्त दिक्कतें और बढ़ जा रही है। आरोप है कि कई बार रास्तों की साफ सफाई की मांग उठाई जा चुकी है पर कोई सुनवाई नहीं हो रही। जिम्मेदार कुंभकरणीय नींद में है। कभी भी कोई बड़ी घटना सामने आ सकती है। ग्रामीणों ने तत्काल गांव की आवाजाही को बने पैदल रास्तों की साफ सफाई कराई जाने की पुरजोर मांग उठाई है।