🔳 पांच ब्लॉकों के लिए 130 करोड़ रुपये की दरकरार
🔳 बजट उपलब्ध न होने से तमाम गांवों में थमी कार्यों की प्रगति
🔳 कार्य प्रभावित होने से विभिन्न संगठनों से जुड़े लोगों में बढ़ने लगी नाराजगी
🔳 अधिशासी अभियंता ने किया बजट मिलते ही कार्यों में तेजी का दावा
[[[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]]
महत्वाकांक्षी जल जीवन मिशन योजना के बजट पर ब्रेक लगने से कार्यों की रफ्तार थम सी गई है। जनपद के विभिन्न ब्लॉकों के तमाम गांवों में कार्यों की प्रगति थमने से जनप्रतिनिधियों में नाराजगी बढ़ने लगी है। जल संस्थान के अधिशासी अभियंता रमेश सिंह गबर्याल के अनुसार बजट उपलब्ध होते ही कार्यों में तेजी आ सकेगी तथा तय समय पर कार्य पूरा हो सकेगा।
केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी जल जीवन मिशन योजना से प्रत्येक घर तक पानी पहुंचाने को कई निर्माणधीन योजना पर बजट का संकट गहरा गया है। दिसंबर से बजट न मिलने के कारण बेतालघाट, रामगढ़, भीमताल, ओखलकांडा तथा धारी ब्लॉक के गांवों में महत्वाकांक्षी योजना की रफ्तार धीमी हो गई है। करोड़ों रुपये की लागत से निर्माणाधीन योजनाओं का तमाम गांवों में कार्य ठप हो चुके हैं। भुगतान लटकने से ठेकेदार कार्य आगे बढ़ाने में कतरा रहे हैं जिस कारण तमाम गांवों में कार्य आधे अधूरे पड़े हैं। लाईनें बिछा दी गई है पर कनेक्शन ही नहीं हो सके हैं जिस कारण गांवों के लोग योजना से लाभ मिलने का इंतजार कर रहे हैं। विभागीय सूत्रों के अनुसार करीब 130 करोड़ रुपये के बजट की जरुरत है जिससे कार्यों में गति आ सकें। दिसंबर से रत्ती भर बजट उपलब्ध न होने कार्य प्रभावित हो गए हैं। बेहद कम कार्य ही संचालित है। योजनाओं का कार्य प्रभावित होने से विभिन्न राजनीतिज्ञ, गैर राजनीतिक पंचायत प्रतिनिधियों ने नाराजगी जताई है। जल संस्थान के अधिशासी अभियंता रमेश सिंह गबर्याल के अनुसार वर्तमान में 130 करोड़ रुपये के बजट की जरुरत है ताकी कार्यों में गति आ सकें। बजट के लिए उच्चाधिकारियों को पत्राचार किया गया है।