= चापड़ गांव के बाशिंदों ने भेजा ज्ञापन
= कुरुटी प्राकृतिक जल स्रोत से योजना बनाए जाने की उठाई मांग
(((दलिप सिंह नेगी/कुबेर सिंह जीना/हरीश चंद्र की रिपोर्ट)))
रानीखेत खैरना स्टेट हाइवे से सटे चापड़ गांव के बाशिंदों ने पेयजल संकट के चलते गांव में पेयजल आपूर्ति को नया विकल्प खोज निकालने के बाद अब पेयजल मंत्री बिशन सिंह चुफाल से योजना को दुरुस्त करवाए जाने को ज्ञापन भेजा है। कहा है कि नए स्रोत से पानी गांव को उपलब्ध हो रहा है पर योजना के मूर्त रूप न लेने से समुचित लाभ नहीं मिल रहा ग्रामीणों ने मामले को गंभीरता से लिए जाने की गुहार लगाई है।
दरअसल चापड़ गांव के सौ से ज्यादा परिवारों को गोलागाढ़ प्राकृतिक जल स्रोत से पानी की आपूर्ति की जाती है पर आए दिन गांव के लोगों को पेयजल संकट का सामना करना पड़ता है। ऐसे में गांव के लोग कई किलोमीटर दूर जाकर प्राकृतिक जल स्रोतों से पानी सिर पर ढोकर घर तक पहुंचाते हैं जिससे काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। ग्रामीणों ने समस्या के समाधान को खुद ही आगे कदम बढ़ाए। ग्रामीणों ने गांव से करीब दो किमी दूर कुरुटी प्राकृतिक जल स्रोत से प्लास्टिक के पाइपों के जरिए गांव तक पानी पहुंचाया है। पर प्लास्टिक के पाइप से पेयजल आपूर्ति में काफी कठिनाई हो रही है ग्रामीणों ने पेयजल मंत्री बिशन सिंह चुफाल को ज्ञापन भेज संबंधित विभाग के अधिकारियों को योजना को मूर्त रूप दिए जाने की मांग की है स्थानीय को पूरा नाम दीपक जोशी उमेश बिष्ट गणेश आदि ने ज्ञापन के माध्यम से बताया है कि बारिश आदि में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है यदि संबंधित विभाग योजना को मूर्त रूप दे तो काफी हद तक समस्याओं से निजात मिल सकेगी ग्रामीणों ने योजना को चाक-चौबंद कराए जाने की पुरजोर मांग की है।