🔳 अभियान की सफलता को स्वास्थ्य कर्मियों ने कसी कमर
🔳 सीएचसी सभागार में हुई कार्यशाला में तैयार की गई रणनीति
🔳 सप्ताहभर तक चलने वाले अभियान में शत-प्रतिशत गर्भवती महिलाओं की जांच का आह्वान
🔳 कार्यक्रम की सफलता को सौंपी गई जिम्मेदारियां
[[[[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]]]
एनिमिया मेगा अभियान के तहत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गरमपानी में हुई कार्यशाला में एएनएम व स्वास्थ्य कर्मियों को अभियान से जुड़ी कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी गई। वक्ताओं ने कहा की मेगा अभियान का लक्ष्य माताओं व शिशुओं को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना है। बताया की अभियान के तहत गर्भवती महिलाओं में एनिमिया जांच, उपचार व रोकथाम के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।
मंगलवार को सीएचसी के सभागार में कार्यशाला का शुभारंभ प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. योगेश कुमार ने मां सरस्वती के चित्र के समीप दीप प्रज्ज्वलित कर किया। प्रभारी चिकित्साधिकारी ने बताया की मेगा अभियान का श्रीगणेश तीन फरवरी को होगा। सप्ताहभर तक चलने वाले अभियान में शिविर लगाकर गर्भवती महिलाओं में एनिमिया के जांच की जाएगी। एनिमिया से दुष्परिणाम व बचाव के विषय पर जागरुक किया जाएगा। प्रभारी चिकित्साधिकारी ने एएनएम व स्वास्थ्य कर्मियों से अभियान में शत प्रतिशत भागीदारी कर कार्यक्रम को सफल बनाने का आह्वान किया। वक्ताओं ने कहा की गर्भवती महिलाओं में एनिमिया की स्थिति बेहद चिंताजनक होती है। गर्भावस्था में 32 सप्ताह तक समय समय पर जांच जरुरी है। उचित पोषक के जरिए इसकी रोकथाम की जा सकती है। शिविर के दौरान गर्भवती महिला में एनिमिया की पुष्टि होने पर लगातार उसकी निगरानी, समय समय पर जांच व आवश्यकता पड़ने पर रैफर की प्रक्रिया भी अपनाई जाएगी। स्वास्थ्य कर्मियों से शत-प्रतिशत गर्भवती महिलाओं की एनिमिया जांच को गंभीरता से जुटने की अपील की। इस दौरान ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजर ब्रजमोहन पाठक, विनोद जोशी, विजयपाल सिंह, ईश्वर सिंह, रेखा चिलवाल, गुंजन वर्मा, लीला देवी आदि मौजूद रहे।