= एक स्वर में उठाई व्यवस्था में सुधार की मांग
= जल्द सुधार न होने पर आंदोलन का ऐलान

(((सुनील मेहरा/विरेन्द्र बिष्ट/फिरोज अहमद की रिपोर्ट)))

राजकीय जूनियर हाईस्कूल स्यालीखेत में हुई शिक्षक व अभिभावकों की बैठक हंगामेदार रही। अभिभावकों ने विद्यालय में पेयजल व शौचालय व्यवस्था ना होने पर रोष जताया। कहा कि बच्चे खुले में शौच को मजबूर हैं यदि जंगली जानवर हमलावर हो गए तो इसकी जिम्मेदार कौन रहेगा। एक स्वर में विद्यालय में शौचालय व पेयजल व्यवस्था की मांग उठाई गई।

विद्यालय परिसर में हुई बैठक में तमाम बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा हुई। लंबे समय बाद हुई बैठक में अभिभावकों ने विद्यालय में शौचालय व पेयजल का मुद्दा उठाया। बालम सिंह नेगी, प्रेम सिंह, सुनील मेहरा, खुशाल सिंह आदि ने कहा कि शौचालय व्यवस्था दुरुस्त न होने पर नौनिहाल खुले में शौच को मजबूर हैं। ऐसे में जंगली जानवर हमलावर हो सकते हैं वहीं पेयजल के लिए भी बच्चे परेशान हैं। एक कक्षा पंचायत घर में चलाने पर भी निंदा की गई। सर्वसम्मति अभिभावकों ने विद्यालय व्यवस्था में सुधार की मांग उठाई। प्रधानाचार्य वेद प्रकाश दीक्षित ने कहा कि व्यवस्थाओं के लिए उच्चाधिकारियों को पत्राचार कर दिया गया है जल्द ही व्यवस्थाओं में सुधार कर लिया जाएगा। बैठक के दौरान विद्यालय प्रबंधन समिति तथा शिक्षक अभिभावक संघ का भी गठन किया गया। सर्वसम्मति से दीवान सिंह रौतेला को प्रबंधन समिति अध्यक्ष भुवन गिरी को उपाध्यक्ष तथा वेद प्रकाश दीक्षित को सचिव चुना गया। वहीं शिक्षक अभिभावक संघ के लिए मान सिंह करायत को अध्यक्ष तथा खुशाल सिंह को उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई। इस दौरान आनंदी देवी, कमला देवी, रेखा देवी, बसंती देवी, धना देवी, प्रभादेवी, दीवान सिंह, चंदन राम, खुशाल सिंह रौतेला, मदन सिंह मेहरा, मान सिंह आदि मौजूद रहे।