🔳 भारी भरकम बजट से किए जा रहे कार्यों में गुणवत्ता से खुला खिलवाड़
🔳 बगैर निगरानी कार्यों से विभिन्न संगठनों में उबाल
🔳 गुणवत्ताविहीन कार्य किए जाने पर आंदोलन की चेतावनी
🔳 विभागीय कर्मचारियों की देखरेख में कार्य करवाने की मांग
[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]]]
खैरना रानीखेत स्टेट हाईवे पर किए जा रहे पैराफिट निर्माण के कार्यों में अनियमितता का मामला जोर-शोर से उठने के बावजूद विभागीय निगरानी में कार्य न होने पर विभिन्न संगठनों से जुड़े पदाधिकारियों ने नाराजगी व्यक्त की है। महत्वपूर्ण स्टेट हाईवे पर सुरक्षा संबंधी कार्यों में अनदेखी पर रोष जताया है। दो टूक चेतावनी दी है की यदि गुणवत्ता से खिलवाड़ किया गया तो स्टेट हाईवे पर ही धरना प्रदर्शन किया जाएगा।
स्टेट हाईवे पर दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने को 13 करोड़ रुपये की भारी भरकम लागत से क्रश बैरियर व पैराफिट निर्माण का कार्य गतिमान है। शुरुआती चरण में ही कार्य के विवादों से घिरने से तमाम गंभीर सवाल खड़े हो गए। कार्यदाई संस्था की मनमानी व विभागीय अधिकारियों की अनदेखी से शुरुआत में ही गुणवत्ता से खिलवाड़ किए जाने का मामला सामने आ गया। पैराफिटो में मानक से अधिक पत्थरों की अधिकता व बुनियाद में बड़े बड़े पत्थरों के इस्तेमाल से गुणवत्ता की पोल खुल गई। मामले के तूल पकड़ने के बाद विभागीय अधिकारियों ने घटिया कार्यो को ध्वस्त करने के दावे भी किए पर दावे हवा हवाई ही साबित हुए। लगातार अनदेखी पर अब विभिन्न संगठनों से जुड़े लोगों का पारा चढ़ने लगा है। आरटीआई कार्यकर्ता कृपाल सिंह मेहरा, क्षेत्रीय जन विकास संघर्ष समिति के गजेंद्र सिंह, व्यापारी नेता पंकज नेगी, कुलदीप सिंह, सुनील सिंह आदि ने भारी-भरकम बजट से किए जा रहे कार्यों में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखें जाने की मांग पुरजोर मांग उठाई है। विभागीय कर्मचारियों की निगरानी में ही सुरक्षा संबंधी कार्य कराए जाने पर जोर दिया है। चेताया है की यदि गुणवत्ता से खिलवाड़ किया गया तो मजबूरन आंदोलन की रुपरेखा तैयार की जाएगी।