🔳 एनएच के अफसरों से ली पहाड़ी की स्थिति का जानकारी
🔳 हाईवे के विकल्प काकड़ीघाट चौसली मोटर मार्ग पर भी लिया फीडबैक
🔳 आवाजाही कर रहे लोगों की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखने के दिए निर्देश
🔳 एनएच के अफसरों ने बरसात से पूर्व खतरा टालने की दी जानकारी
[[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]]
नैनीताल व अल्मोड़ा जनपद की सीमा पर क्वारब क्षेत्र में खतरनाक हालत में पहुंच चुकी अतिसंवेदनशील पहाड़ी का कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत ने जायजा लिया। एनएच के अफसरों ने कुमाऊं आयुक्त को वर्तमान में किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी। कुमाऊं आयुक्त ने विभागीय अधिकारियों को सुरक्षित यातायात का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए। समय समय पर रिपोर्ट उपलब्ध कराने को कहा।
रविवार को कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर क्वारब क्षेत्र पहुंचे। लगातार बिगड़ रही पहाड़ी की स्थिति का जायजा लिया। एनएच के अधिकारियों ने कुमाऊं आयुक्त को खतरे के मद्देनजर रात के समय हाईवे पर आवाजाही बंद रखने की जानकारी दी। साथ ही केंद्रीय सड़क व भूतल मंत्रालय से सुरक्षा कार्यों के लिए 13 करोड़ रुपये की स्वीकृति से होने वाले कार्यों के बारे में विस्तार से बताया। एनएच के अधिशासी अभियंता महेंद्र कुमार ने कहा कि सुरक्षित यातायात को दोनों और होमगार्ड जवानों की निगरानी में आवाजही कराई जा रही है। शाम के समय यातायात बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं। 13 करोड़ रुपये की लागत से किए जाने वाले कार्यों की भी जानकारी दी। कुमाऊं आयुक्त ने एनएच के अधिकारियों से हाईवे पर आवाजाही कर रहे लोगों की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखने व बरसात से पूर्व पहाड़ी के आसपास कार्य किए जाने के निर्देश दिए। स्थानीय लोगों ने कुमाऊं आयुक्त को बताया कि वर्ष 2010 की आपदा से ही पहाड़ी का स्वरुप बिगड़ा है। आयुक्त ने एनएच के अफसरों को कार्यों में तेजी लाने को निर्देशित किया। हाईवे के विकल्प के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहे काकड़ीघाट खूंट मोटर मार्ग के हालात के विषय में भी जानकारी ली। इस दौरान सहायक अभियंता जीके पांडे, जीसी पांडे, अपर सहायक अभियंता जगदीश पपने, चौकी प्रभारी क्वारब गोविदी टम्टा, कुबेर सिंह जीना आदि मौजूद रहे।