🔳 मनमानी कर गुपचुप ढंग से निर्माण किए जाने का लगाया आरोप
🔳 दूसरे स्थान पर टैंक बनाए जाने की उठाई मांग
🔳 अंत्येष्टि को पहुंचने वाले लोगों को परेशानी का दिया हवाला
🔳 अनदेखी कतई बर्दाश्त न करने की दी चेतावनी
[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]]
तमाम गांवों के शमशान घाट की जमीन पर अतिक्रमण कर पेयजल टैंक निर्माण किए जाने पर ग्रामीणों का पारा चढ़ गया है। ग्रामीणों ने शमशान घाट से टैंक हटवाए जाने की पुरजोर मांग उठाई है। आरोप लगाया हैं की अतिक्रमण से अंत्येष्टि को पहुंचने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा।
बेतालघाट ब्लॉक के तड़ी, जिनौली, सकदीना, कठैल, पटोडी, फडीका, खलाड़़ समेत आसपास के गांवों के लोग तड़ी व जिनौली गांव के समीप शमशान घाट में शवदाह को पहुंचते हैं। शमशान घाट क्षेत्र में पेयजल टैंक निर्माण किए जाने से गांवों के लोगों का पारा चढ़ गया है। आरोप लगाया है की शमशान घाट में टैंक निर्माण किया जाना समझ से परे है। ऐसे स्थान पर निर्माण कर डाला गया है जहां पर शवदाह किया जाता वहीं पर टैंक निर्माण कर डाला गया है। स्थानीय कैलाश बुधलाकोटी के अनुसार निर्माण होने से शवदाह की लकड़ियां लगाने में भी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। टैंक निर्माण के समय गांव के लोगों को किसी प्रकार की जानकारी भी नहीं दी गई और न ही अनापत्ति प्रमाण पत्र लिया गया। अनिल बुधलाकोटी ने आरोप लगाया की मनमाने ढंग से टैंक निर्माण कर डाला गया है। मदन नैनवाल, सतीश नैनवाल, कैलाश नैनवाल, मुकेश बुधलाकोटी, हरीश बुधलाकोटी आदि ने अतिक्रमण कर बनाए गए टैंक को दूसरे स्थान पर बनाए जाने की पुरजोर मांग उठाई है। दो टूक चेतावनी दी है की यदि अनदेखी की गई तो आंदोलन की रणनीति तैयार की जाएगी।