🔳 मवेशीखोर गुलदार गोवंशीय पशुओं को भी कर चुका ढेर
🔳 लगातार घुसपैठ बढ़ने से ईनाड़ गांव में दहशत का माहौल
🔳 मवेशियों के मारे जाने से पशुपालन के कार्य पर मंडराया संकट
🔳 पशुपालकों ने गुलदार के आंतक से निजात दिलाने की उठाई मांग
[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]
बेतालघाट व ताड़ीखेत ब्लॉक के गांवों में गुलदार के आंतक से दहशत व्याप्त है। इनाड़ गांव में गुलदार बीस से ज्यादा बकरियों व कई गोवंशीय पशुओं को मार डालने के बाद दहशत का पर्याय बन चुका है। गुलदार की घुसपैठ तेज होने से ग्रामीण दिन ढलने के साथ ही घरों में दुबक जा रहे हैं।
गांवों में मवेशियों के मारे जाने से पशुपालन चौपट होने के कगार पर पहुंच गया है। खेती-बाड़ी जंगली जानवरों ने बर्बाद कर दी है। ईनाड़ गांव में गुलदार दहशत का पर्याय बन चुका है। लगातार मवेशियों के मारे जाने से पशुपालक परेशान हैं। पिछले कुछ समय में ही गुलदार ने उत्तम सिंह की दो, भगवत सिंह व नारायण सिंह की पांच – पांच, देवेंद्र सिंह की तीन, रमेश सिंह व धन सिंह की एक – एक तथा चंदन सिंह की दो बकरियों को निवाला बना डाला है। वहीं गांव के राजन सिंह व रोहित की गोवंशीय पशु को भी मौत के घाट उतार चुका है। मवेशियों के मारे जाने से पशुपालकों को भी भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। पशुपालकों को आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने गुलदार के आंतक से निजात दिलाने को पिंजरा लगाने व पशुपालकों को मुआवजा दिए जाने की मांग उठाई है।