🔳 खस्ताहाल पहाड़ी के ठिक नीचे करीब तीन मीटर लंबाई में हुआ धंसाव
🔳 हाईवे पर लगी वाहनों की कतार, जहां तहां फंसे यात्री व मालवाहक वाहन
🔳 आवाजाही ठप होने से परेशान रहे यात्री
🔳 एनएच प्रशासन ने निरीक्षण के बाद छोटे वाहनों के लिए खोला हाईवे
🔳 बड़े वाहनों की आवाजाही पर फिलहाल लगाई रोक
[[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]]
अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर क्वारब क्षेत्र में दरक रही पहाड़ी के ठिक नीचे हाइवे पर धंसाव बढ़ने से यातायात ठप हो गया। छोटे वाहनों की आवाजाही बामुश्किल शुरु हुई पर बड़े वाहनों के पहिए थमे रहे। देर शाम तक बड़े वाहनों की लंबी कतार लग गई। एनएच के अधिशासी अभियंता महेंद्र कुमार के अनुसार खतरे को देख बड़े वाहनों की आवाजाही रोकी गई है। दोबारा निरीक्षण के बाद बड़े वाहनों की आवाजाही पर निर्णय लिया जाएगा। फिलहाल छोटे वाहनों के लिए आवाजाही सुचारु है।
हाईवे पर क्वारब क्षेत्र में पहाड़ी दरकने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। मंगलवार को पहाड़ी के ठिक नीचे हाईवे के करीब तीन मीटर दायरे में धंसाव बढ़ने से आवाजाही ठप हो गई। दोनों ओर छोटे बड़े वाहनों की कतार लग गई। सूचना पर एनएच प्रशासन के कर्मचारी मौके पर पहुंचे। पहाड़ी के ठिक नीचे हाईवे पर धंसाव बढ़ने पर बड़े वाहनों की आवाजाही रोकने का निर्णय लिया गया। एक एक कर छोटे वाहनों की आवाजाही सुचारु कराई गई। बड़े वाहनों की आवाजाही ठप होने से रोडवेज, केएमओ तथा पर्वतीय क्षेत्रों को रशद व पैट्रोलियम पदार्थो से भरे वाहन भी जहां तहां फंस गए। पहाड़ को यात्री वाहनों में आवाजाही कर रहे यात्रियों को भी फजीहत का सामना करना पड़ा। वाहनों की बढ़ती संख्या को देख वाया रानीखेत होते हुए रुट भी डायवर्ट कर दिया गया। शाम तक भी बड़े वाहनों की आवाजाही शुरु नहीं हो सकी। बसों में सवार यात्रियों को मजबूरी में छोटे वाहनों से गंतव्य की दूरी नापनी पड़ी। एनएच के अधिशासी अभियंता महेंद्र कुमार के अनुसार बड़े वाहनों की आवाजाही रोक दी गई है। धंसाव बढ़ने से आवाजाही खतरनाक हो सकती है। छोटे वाहनों के लिए आवाजाही खुली रहेगी। जल्द निरीक्षण कर बड़े वाहनों के लिए निर्णय लिया जाएगा।