Gulab ki kheti

निशुल्क पौधे उपलब्ध कराने के साथ तकनीकी जानकारी भी देगा संबधित विभाग
ब्लाक मुख्यालय तक भेजने होगे प्रस्ताव

गरमपानी : लॉकडाउन के बाद लगातार नुकसान झेलने के बाद मौसम की बेरुखी ने धरती पुत्रों की कमर ही तोड़ दी है। अब संगध पौधा केंद्र सेलाकुई (देहरादून) ने किसानों को लाभान्वित करने के लिए कदम बढ़ा दिए हैं। इसके लिए किसानों को ग्राम पंचायत से ब्लॉक मुख्यालय को प्रस्ताव भेजने होंगे। जहां से प्रस्ताव संगध पौधा केंद्र के राजधानी स्थित देहरादून जाएगा। संबंधित विभाग किसानों को रोजमैरी, गुलाब तथा कैमोमाइल की खेती मैं मदद करेगा।
लॉकडाउन में हुए नुकसान के बाद जैसे-तैसे किसानों ने खेतो को रुख किया तो मौसम ने ही मुंह मोड़ लिया बमुश्किल हाड़तोड़ मेहनत के बाद खेत तैयार भी किए तो जंगली जानवरों ने खेतों को रौद किसानो के माथे पर पसीना ला दिया है। अब संगध पौधा केंद्र सेलाकुई (देहरादून) ने किसानों को लाभान्वित करने के लिए योजना तैयार कर ली है। बकायदा किसानों को निशुल्क पौधे व तकनीकी जानकारी भी उपलब्ध कराई जाएगी साथ ही उत्पादन के बाद विपणन की व्यवस्था में भी संबंधित विभाग बढ़-चढ़कर भागीदारी करेगा। विभागीय अधिकारियों के अनुसार रोजमैरी, गुलाब तथा कैमोमाइल की खेती के लिए काश्तकारों को पंचायत से प्रस्ताव ब्लॉक मुख्यालय भेजना होगा। जहां से प्रस्ताव जिले तक पहुंचेगा। किसानों को विशेष तकनीकी जानकारी भी उपलब्ध कराई जाएगी। रोजमैरी,कैमोमाइल तथा गुलाब की खेती औषधीय गुणो से भी भरपूर है। बाजार में भी इसकी अच्छी किमत है। रोजमैरी तथा कैमोमाइल का ईस्तेमाल चाय तथा गुलाब के तेल का ईस्तेमाल सुगंधित पदार्थ में किया जाता है।

जंगली जानवर भी नही पहुंचाते नुकसान

ताडी़खेत ब्लाक के तमाम गांवो में तापमान रौजमेरी, गुलाब तथा कैमोमाइल की खेती के लिए अनुकूल है। इसका उत्पादन कर किसान बेहतर आय कमा सकते है। खास बात यह है की किसानो के लिऐ सरदर्द बन चुके जंगली सूअर, बंदर, लंगूर इसे नुकसान नही पहुंचाते। जिससे किसानो को नुकसान भी नही होता।

कैमोमाइल, रोजमैरी तथा गुलाब की खेती से किसान लाभान्वित होगे। किसान प्रस्ताव तैयार कर ब्लाक मुख्यालय भेजे। योजना तैयार होने के बाद किसानो को निशुल्क पौधे उपलब्ध कराने के बाद तकनीकी जानकारी भी दी जाऐगी।

विजय बमोला,जिला प्रभारी,संगध पौधा केंद्र।