🔳 कड़ाके के ठंड में दूर दराज से पानी ढोना बनी मजबूरी
🔳 कई बार व्यवस्था में सुधार की उठा चुके मांग बावजूद जिम्मेदार बेसुध
🔳 ग्राम प्रधान संगठन अध्यक्ष ने उठाई व्यवस्था में सुधार की मांग
🔳 सीएचसी गरमपानी व खैरना चौकी में भी कर्मचारी पानी को परेशान
[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]
बेतालघाट ब्लॉक के चनुवाखरीक गांव में तीन महीने से पेयजल आपूर्ति ठप होने से तीस ज्यादा परिवार परेशान हैं बावजूद सुध नहीं ली जा रही। मजबूरी में ग्रामीणों को दूर दराज स्थित प्राकृतिक जल स्रोत से सिर पर पानी के बर्तन रख ढोना पड़ रहा है। लंबे समय से सुध न लिए जाने पर ग्राम प्रधान संगठन अध्यक्ष मनोज पडलिया ने नाराजगी जताई है। जल्द व्यवस्था दुरुस्त न किए जाने पर ग्रामीणों को साथ लेकर आंदोलन की चेतावनी दी है।
कड़ाके की ठंड में भी बेतालघाट ब्लॉक के तमाम गांवों के लोग बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं। जहां एक ओर खैरना चौकी व सीएचसी गरमपानी में स्वास्थ्य व पुलिसकर्मी पेयजल संकट का सामना कर रहे हैं तो वहीं विकासखण्ड के चनुवाखरीक गांव में पीने के पानी का अकाल पड़ चुका है। पिछले तीन महीने से भी अधिक समय से गांव में रहने वाले तीस से ज्यादा परिवार बूंद बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं। हाड़ कंपाती ठंड में दूर दराज स्थित प्राकृतिक जल स्रोतों से पानी ढोना मजबूरी बन चुका है। पेयजल संकट से जूझ रहे ग्रामीण कई बार व्यवस्था में सुधार की मांग भी कर चुके हैं बावजूद जिम्मेदार अनदेखी पर आमादा है। एचसीपीसी योजना के तहत बनाई गई पेयजल योजना की सुध न लेने पर ग्रामीणों में गहरा रोष भी व्याप्त है। ग्राम प्रधान संगठन बेतालघाट के अध्यक्ष मनोज पडलिया ने पेयजल जैसे मुद्दे पर सुध न लिए जाने पर रोष जताया है। जल्द पेयजल व्यवस्था दुरुस्त किए जाने की मांग उठाई है। दो टूक चेतावनी दी है यदि जल्द पेयजल आपूर्ति सुचारु नहीं की गई तो फिर ग्रामीणों को साथ लेकर आंदोलन किया जाएगा।