🔳 तीन घंटे तक हाईवे पर जहां तहां फंसे रहे यात्री व पर्यटकों के वाहन
🔳 खैरना से वाया रानीखेत होते हुए डायवर्ट किया गया रुट
🔳 जेसीबी व पोकलैंड मशीनों से मलबा हटाए जाने के बाद बामुश्किल सुचारु हुआ यातायात
🔳 मलबे की चपेट में आने से हाईवे का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त
🔳 सड़क की चौड़ाई कम होने से बड़े वाहनों की आवाजाही नहीं हुई सुचारु
[[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]

अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर क्वारब क्षेत्र में खतरनाक रुप ले चुकी क्वारब की पहाड़ी से भारी भूस्खलन होने से तीन घंटे आवाजाही ठप हो गई। हाईवे पर दोनों ओर छोटे बड़े वाहनों की कतार लग गई। खैरना से वाया रानीखेत होते हुए रुट डायवर्ट कर दिया गया। लोडर मशीनों से मलबा हटाए जाने के बाद खतरे के बीच बामुश्किल आवाजाही शुरु हो सकी। भूस्खलन से गिरे मलबे से हाईवे का हिस्सा क्षतिग्रस्त होने से बड़े वाहनों की आवाजाही ठप है।
कुछ दिनों तक शांत रहने के बाद सोमवार को सुबह दस बजे के आसपास क्वारब क्षेत्र में खस्ताहाल हो चुकी पहाड़ी से एक बार फिर भूस्खलन हो गया। पहाड़ी से भरभरा कर काफि मलबा व पत्थर हाईवे तक पहुंच गया। गनीमत रही की मलबा व पत्थरों की चपेट में कोई यात्री वाहन नहीं आया और बड़ा हादसा टल गया। आवाजाही ठप होने से यात्री वाहन जहां तहां फंस गए। यात्रियों व पर्यटकों को तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ा। सूचना पर पहुंची लोडर मशीनों की मदद से मलबा हटाने का कार्य शुरु किया गया। एहतियात पुलिस ने खैरना क्षेत्र से वाया रानीखेत होते हुए रुट डायवर्ट कर दिया गया। लगाकर पत्थरों के गिरने मशीन चालकों को कई बार पीछे हटना पड़ा। तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद बामुश्किल यातायात सुचारु हो सका। मलबे की जद में आने से हाईवे के एक हिस्से को भी नुकसान पहुंचा जिससे आवाजाही खतरनाक हो चुकी है। सड़क की चौड़ाई बेहद कम हो जाने से बड़े वाहनों की आवाजाही शुरु नहीं हो सकी है।